Faridabad: ग्रेटर नोएडा से सीधी और सुगम कनेक्टिविटी की अहम कड़ी मंझावली पुल की पहली आधारशिला केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने 15 अगस्त 2014 को रखी थी। यह प्रॉजेक्ट कृष्ण पाल गुर्जर का ड्रीम प्रोजेक्ट भी रहा है। लेकिन 9 साल बीतने के बाद भी केंद्रीय राज्य मंत्री का यह ड्रीम प्रोजेक्ट अब तक अधर में लटका हुआ है।
दरअसल, अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पुल का निर्माण कार्य पांच माह में पूरा होने वाला था। लेकिन अभी तो केवल पुल के ऊपर लेंटर डालने का ही कार्य चल रहा है। इसके अलावा पुल को सड़क से जोड़ने वाले अप्रोच रोड़ का कार्य भी बेहद ही धीमी गति से चल किया जा रहा है।
ऐसे में मझवाली पुल से आवागमन का सपना सजाए बैठे लोगों को अभी थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि, बीजेपी सरकार हरियाणा में अपनी दो पारी पूरी कर चुकी है। उसके बाद भी केंद्रीय राज्य मंत्री अपना ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा नहीं कर पाए है। ऐसे में बीजेपी सरकार और केंद्रीय राज्य मंत्री के कार्यशैली पर सवाल उठने लगे है।
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार 5 से 6 बार मंझावली पुल की डेडलाइन फेल हो चुकी है। वहीं, पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि फंड की कमी पुल के निर्माण कार्य में सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है। हालांकि, पीडब्ल्यूडी कंपनी ने जिस ट्रैक्टर को मंझावली पुल का कार्य दिया था उस पर 10 फीसदी जुर्माना भी लगाया जा चुका है। उसके बाद भी निर्माण कार्य अभी अधर में लटका हुआ है।