Faridabad: फरीदाबाद के नीमका जेल में बंद एक 44 वर्षीय कैदी की बुधवार को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत होने से नीमका जेल प्रशासन पर सवाल उठने लगे है। हालांकि, जिला जेल प्रशासन की देख देख में मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौप दिया है। वहीं, शव लेने पहुंचे परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन व पुलिस ने मृतक को बुरी तरह टॉर्चर कर किया। जब कैदी घनश्याम की हालत बिगड़ने लगी तो उसे पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
दरअसल, मामला होडल का बताया जा रहा है, जहां घनश्याम नामक व्यक्ति अपने बेटे विनय, बेटियों व पत्नी के साथ रहता था। 6 अप्रैल को विशाल नामक युवक उनके घर में आया, जहां उसने घनश्याम की बेटी के साथ छेडख़ानी की, जिस पर वहां मारपीट हुई और विशाल की मौत हो गई। इस मामले में पुलिस ने घनश्याम व उसके बेटे विनय पर हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
परिजनों ने बताया कि मृतक विशाल के परिजन दबंग किस्म के लोग है, जिनकी पुलिस में भी सांठगांठ है, जिसके चलते उन्होंने उसके पति-बेटे के साथ जेल में मारपीट करवाई और उन्हें उनसे मिलने भी नहीं दिया और आज उन्हें सूचना मिली कि उसके पति घनश्याम की मौत हो गई। मृतक घनश्याम की पत्नी ने सीधे तौर पर इसे हत्या बतातेे हुए जांच करवाने की मांग की। वहीं अपने बेटे विनय की सुरक्षा के लिए भी गुहार लगाई। फिलहाल इस मामले में अभी जेल प्रशासन की ओर से कोई बयान नहीं आया है।