Faridabad: बुधवार को सेक्टर 49 स्थित अचीवर सोसाइटी में बरसो पुराने मंदिर को तोड़ने पहुंची नगर निगम दस्ते को देखकर लोगों ने जमकर हंगामा किया और मंदिर को ना तोड़ने की मांग की। सोसायटी वासियों के हंगामे के बीच नगर निगम तोड़फोड़ दस्ता नहीं रुकी और भारी सुरक्षा बल के बीच मंदिर को तोड़फोड़ दस्ते ने ध्वस्त कर दिया। वही, मंदिर को टूटता देख महिलाएं रोने लगी।
दरअसल, नगर निगम ने उच्च न्यायालय के आदेश पर इस कार्यवाही को अंजाम दिया। तोड़फोड़ कार्रवाई को अंजाम देने से पहले निगम अधिकारियों ने मंदिर में रखी भगवान कृष्ण राधा भगवान शिव गणेश जी व अन्य प्रतिमाओं को सुरक्षित बाहर निकाल दिया।
वही निगम की इस कार्यवाही में एसडीओ सुमेर सिंह जेआरएफ प्रवीण बैसला जबकि ड्यूटी मजिस्ट्रेट नितिन कादयान थे। मंदिर के साथ-साथ यहां बनी 6 अवैध दुकानों को भी निगम ने ध्वस्त कर दिया। यह मंदिर पिछले 10 वर्षों से स्थानीय निवासियों द्वारा बनाया गया था। 2013 से उच्च न्यायालय में यह मामला लंबित था और उच्च न्यायालय ने अब इसे तोड़ने के आदेश दे दिए जिस पर निगम को यह कार्रवाई करनी पड़ी।
इसके अलावा निगम अधिकारियों ने बताया कि 5 अप्रैल को नोटिस भेजकर लोगों को मंदिर खाली करने के आदेश दिए गए थे। लेकिन लोगों ने निगम के आदेश की अवहेलना की और लिहाजा आज नहीं है कार्रवाई मजबूरी में करनी पड़ रही है। क्योंकि उन्हें स्टेटस रिपोर्ट उच्च न्यायालय को भी शौक नहीं है। तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान महिला व लोगों ने विरोध किया और निगम अधिकारियों पर आरोप लगाए कि अब केवल उनके पास मंदिर तोड़ने का ही काम रह गया है। जो अन्य अवैध निर्माण है उन्हें निगम द्वारा नहीं हटाया जा रहा केवल बेकसूर लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है।