Faridabad: फरीदाबाद के रिवाजपुर गांव में बनने वाले डंपिंग यार्ड का मामला तूल पकड़ने लगा है। शुक्रवार को रिवाजपुर गांव में सैंकडो लोगों ने एकत्रित होकर गांव में बनने वाले डंपिंग यार्ड का विरोध किया और गांव में डंपिंग यार्ड का उद्घाटन करने आने वाले अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि अधिकारियों और मंत्रियों ने गांव में जबरन डंपिंग यार्ड बनाया तो करीब 16 गांव के लोग सड़कों पर उतरेंगे। जिसका खामियाज़ा निगम अधिकारियों को भुगतना पड़ेगा।
दरअसल, रिवाजपुर ग्रामीणों का कहना है कि नगर निगम ने गांव में कूड़ा डंपिंग यार्ड के लिए जिस जमीन को चुना है। वह पंचायत की जमीन है और गांव के बीच में बसी हुई है। इस कूडा डंपिंग यार्ड के चारों ओर रिहायशी कॉलोनियां और 16 गांव बसे हुए है। वहीं गांव के दूसरी ओर नगर निगम ने एसटीपी प्लांट लगाया है। ऐसे में गांव में यह डंपिंग यार्ड बनाना ग्रामीणों को नरकीय जीवन जीने के लिए मजबूर करना है।
इसके अलावा ग्रामीण रमेश ने बताया कि गांव में बनने वाले डंपिंग यार्ड को लेकर पिछले हफ्ते केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को ज्ञापन सौंप चुके है। लेकिन मंत्री की ओर से गांव में कूड़ा डंपिंग यार्ड को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नही उठाया गया है। शुक्रवार को चोरी छिपे निगम अधिकारी गांव में नए डंपिंग यार्ड का उद्घाटन करने आने वाले थे। जिसकी सूचना मिलते ही गुस्साए ग्रामीण डंपिंग यार्ड पर एकत्रित हो गए और निगम अधिकारियों के खिलाफ जमकर विरोध करना शुरू कर दिया। हालांकि, ग्रामीणों को विरोध को देखते हुए निगम अधिकारियों ने गांव में डंपिंग यार्ड के उद्घाटन का प्लान कैंसिल कर दिया।
उधर, ग्रामाणों द्वारा विरोध की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत करवाया और आश्वासन दिया कि जल्द ही निगम अधिकारियों से संबंधित मामले में बातचीत कर समस्या का समाधान करवाया जाएगा।