Faridabad: फरीदाबाद में अतिक्रमण का शिकार न केवल फुटपाथ हैं बल्कि माल ढुलाई के लिए रेलवे के बने गलियारे भी अतिक्रमण का शिकार हो चुके हैं। अतिक्रमण का शिकार हुए माल ढुलाई के गलियारों को अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए में डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआईएल) ने गलियारे के दोनों तरफ दीवार खड़ी करने का निर्णय लिया है। डीएफसीसीआईएल के प्रबंधक के मुताबिक इस योजना पर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा, ताकि माल ढुलाई के दौरान गलियारे में आने वाली समस्या को समाप्त किया जा सके और बिना रूकावट समय पर कार्य पूरा हो सके।
बता दें, कि गलियारे के दोनों ओर डीएफसीसीआईएल की जमीन है। जमीन को कब्जा मुक्त करने के लिए विभाग ने जमीन के दोनों तरफ दीवार बनाने की योजना बनाई है। इसको लेकर विभाग अधिकारियों ने सर्वे भी शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में दीवार का काम शुरू होता नजर आएगा। 31 मार्च से दादरी से लेकर रेवाड़ी के बीच मालगाड़ी का परिचालन शुरू हो जाएगा। इसके अलावा फिलहाल आगे बड़ोदरा तक मालगाड़ी की आवाजाही हो रही है।
विभाग प्रबंधक से मिली जानकारी के अनुसार यह गलियारा 504 किलोमीटर लंबा है। यह गलियारा दादरी से फरीदाबाद, पलवल के पृथला, नूंह, सोहना, रेवाड़ी होते हुए जयपुर, अहमदाबाद और मुंबई में बंदरगाह तक जाएगा। दादरी से लेकर रेवाड़ी के बीच 128 किलोमीटर लंबाई है। इस लंबाई के बीच दादरी, फरीदाबाद, पृथला, मेवात, धारूहेड़ा, रेवाड़ी आते हैं। आने वाले दिनों में इस गलियारे से ट्रेन का संचालन शुरू होने से सबसे ज्यादा फायदा उद्योगों को होगा।
वही, पलवल के पृथला में ड्राई पोर्ट बनाया जा रहा है। इस ड्राई पोर्ट से फरीदाबाद, पलवल, नूंह और गुरुग्राम के उद्योगों को फायदा मिलेगा। इस गलियारे पर करीब 14 हजार टन माल ढोने वाली मालगाड़ी को चलाया जाएगा।