फरीदाबाद में दीपावली से पहले बाजारों में पीली पट्टी गायब हो गई है। ऐसे में व्यापारी अपनी दुकान का सामान चार फीट बाहर सड़क पर रख रहे थे। बाजार में भीड़ बढ़ने पर जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। इससे बाजारों में खरीदारी के लिए आने वाले लोग जाम में फंसने को विवश हैं। शहर में एनआईटी 1, ओल्ड फरीदाबाद, सराय ख्वाजा, बल्लभगढ़, एनआईटी-5, जवाहर कॉलोनी वायु सेना मार्ग आदि जैसे बड़े बाजार हैं। सेक्टर क्षेत्र में सेक्टर-7, सेक्टर-16 आदि जैसे बड़े बाजार हैं। इन बाजारों में पहले दीपावली पर नगर निगम ने पाली पट्टी का अभियान चलाया था।
बाजार में जाम जैसे हालात हो गए हैं
बता दे कि दुकानदारों को इस पट्टी से सामान निकालने से रोकने के लिए व्यापारियों के साथ बैठक भी की गई। दिवाली के छह महीने बाद भी बाजारों में पालो पट्टी का नामोनिशान नहीं है। दुकानदार अपनी मर्जी से दुकानों के बाहर सामान रख रहे हैं। कई दुकानदारों ने अपनी दुकानों के आगे बोर्ड लगा दिए हैं। इससे बाजारों में जाम की स्थिति बन गई है। व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष राम जुनेजा का कहना है कि दुकान के बाहर सामान रखना गलत है। बाहर सामान रखकर बाजार में किसी का रास्ता रोकने का हमें कोई अधिकार नहीं है। मेरा निवेदन है कि सभी व्यापारी अपनी दुकान का सामान अपनी दुकान के अंदर ही रखें। ओल्ड फरीदाबाद बाजार के सेंट्रल मार्केट एसोसिएशन के प्रमुख रवि डुडेजा का कहना है कि हर दुकानदार सामान लेने के लिए आपस में होड़ करता है। कोई एक फीट निकाल लेता है, कोई दो टांग निकाल लेता है, कोई तीन फीट निकाल लेता है।
पार्किंग के लिए कोई मार्किंग नहीं
सफल बाजारों में पार्किंग के लिए मार्किंग सफल नहीं हो पा रही है। नगर निगम ने पुलिस के सहयोग से कई बाजारों में पार्किंग चिह्नित कर रखी है, लेकिन बाजारों में इसका पालन नहीं हो रहा है। इससे कोई भी व्यक्ति बाजारों में कहीं भी वाहन खड़ा कर सकता है। जगह-जगह पार्किंग की आदत का असर बाजारों की यातायात व्यवस्था पर भी पड़ रहा है।