राष्ट्रीय राजमार्ग, जिस पर देश-विदेश से लोगों का आना-जाना लगा रहता है। रोजाना 50 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। बदरपुर बॉर्डर पर 10 लाख से ज्यादा का टोल टैक्स वसूला जाता है, लेकिन कई जगहों पर हाईवे की हालत देखकर लगता है कि इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। बारिश नहीं होने पर भी हाईवे पर कई जगहों पर जलभराव हो जाता है। वाहन चालकों को सीवर के पानी से गुजरना पड़ रहा है। टोल टैक्स चुकाने वाले वाहन चालक एनएचएआई के अधिकारियों को कोसना छोड़ रहे हैं। गढ़पुरी में भी वाहन चालक टोल टैक्स भर रहे पड़ रहा है।
वाईएमसीए की सर्विस रोड बनी आफत
वाईएमसीए की सर्विस रोड का बुरा हाल वाईएमसीए चौक के पास सर्विस रोड पर न केवल बारिश में बल्कि आम दिनों में भी जलभराव हो जाता है। वर्तमान में यहां सीवर का पानी ओवरफ्लो हो गया है। आधा किलोमीटर तक सड़क जलमग्न है। बदबू के कारण आसपास के दुकानदार परेशान हैं। छींटे पड़ने से दोपहिया वाहन चालकों के कपड़े खराब हो रहे हैं। हाईवे के किनारे स्थित कॉलोनी में सीवर जाम होने से यह स्थिति हो रही है।
बल्लभगढ़-सोहना रेलवे पुल के पास पाइप लाइन लीक
बल्लभगढ़-सोहना रेलवे पुल के पास पार्क में पानी की पाइप लाइन लीक हो रही है। इससे इतना पानी रिस रहा है कि हाईवे की सड़क 200 मीटर तक जलमग्न हो गई है। इससे न केवल पीने के पानी की बर्बादी हो रही है, बल्कि वाहन चालकों को भी परेशानी हो रही है। रविवार को दिन भर पानी बहता रहा, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। पार्क भी पानी में डूबा हुआ है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सीवर ओवरफ्लो से परेशान वाहन चालक
मुजेसर मोड़ पर भी अक्सर सीवर ओवरफ्लो हो जाता है। यहां सीवर के कई मैनहोल हैं। जिससे पानी ऊपर की ओर बहता रहता है। यही गंदा पानी रेलवे फाटक की ओर जाने वाली सड़क पर भी जमा हो जाता है। यह समस्या एक दशक पुरानी है। लेकिन नगर निगम ने इसकी सुध तक नहीं ली है। अब इसका खामियाजा हाईवे से गुजरने वाले वाहन चालकों को भी भुगतना पड़ रहा है।
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में उठा मुद्दा
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हर माह होती है। जिसकी अध्यक्षता जिला उपायुक्त करते हैं। बैठक में NHAI, MCF, HSVP, FMDA, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद हैं। हाईवे पर जलजमाव, सीवर ओवरफ्लो व अन्य समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। NHAI के अधिकारी सुनते हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकलता। इस मामले को लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर और जिला विकास एवं निगरानी समिति की बैठक में कई बार NHAI के अधिकारियों को टोका जा चुका है।