मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को महाराष्ट्र सरकार ने सभी आरोपों से बरी कर दिया है। इससे फरीदाबाद, गुरुग्राम, चंडीगढ़ और मुंबई में रहने वाले उनके परिवार के सदस्यों को बड़ी राहत मिली है। परमबीर सिंह पर मुंबई में जबरन वसूली, भ्रष्टाचार और कदाचार के कई मामले चल रहे थे। एंटीलिया बम स्क्वायर मामले में कथित अनियमितताओं के कारण उन्हें मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटा दिया गया था और वर्ष 2021 में निलंबित कर दिया गया था। इससे परिवार को काफी सदमा लगा।
परमबीर सिंह के पिता फरीदाबाद से
वहीं आपको बता दे कि परमबीर सिंह के पिता होशियार सिंह मूल रूप से फरीदाबाद के पावटा गांव के रहने वाले थे, उन्होंने हिमाचल प्रदेश में तहसीलदार का पद संभाला और चंडीगढ़ में अपना निवास स्थान बनाया। वहीं रहकर परमबीर सिंह ने पढ़ाई की और आईपीएस बने और मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद पर पहुंचे। होशियार सिंह के बड़े भाई हंसराज का परिवार आज भी गांव पावटा सहित सेक्टर-15 में रहता है। इसके अलावा परिवार के सदस्य गुरुग्राम, चंडीगढ़ और मुंबई में रहते हैं। पूरे परिवार में कई लोग बड़े सरकारी अधिकारी रहे हैं। वर्तमान में भी उनके पुत्र और भतीजे विभिन्न विभागों में अधिकारी हैं। इसी वजह से इस परिवार की गिनती प्रतिष्ठित परिवारों में होती है।
पूरे गांव में खुशी का माहौल हैं
बता दे कि परमबीर सिंह पर लगे आरोपों के बाद से घरवाले काफी आहत थे। वह इसे प्रतिष्ठा से जोड़कर भी देख रहे थे। परमबीर सिंह के भतीजे एडवोकेट कपिल भड़ाना ने कहा कि पूरा परिवार जानता था कि ताऊजी राजनीति के शिकार हैं और उन पर झूठे आरोप लगाए जाते हैं, लेकिन बाहरी लोगों को मनाना मुश्किल था। अब जब महाराष्ट्र सरकार ने सारे आरोप वापस ले लिए हैं तो सभी ने राहत की सांस ली है। एक तरह से प्रतिष्ठा वापस आ गई है। संपूर्ण गांव में खुशी का माहौल है।