बारिश के मौसम में दिल्ली-मथुरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जल-जमाव की समस्या नहीं होगी। इसके लिए एनएचएआई और नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है। हाईवे पर जलभराव की समस्या को दूर करने पर करीब 29 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। हाईवे पर ट्रेंचलेस तकनीक (बिना सड़क खोदे) से पाइप बिछाए जाएंगे। स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में बरसात के दिनों में जलभराव की बहुत समस्या रहती है। हल्की बारिश से कॉलोनियों, सेक्टरों और राजमार्गों पर जल-जमाव हो जाता है। इससे लोगों को परेशानी होती है। उधर, हाईवे पर जलभराव के कारण दिल्ली-मथुरा हाईवे पर लंबा जाम लग गया है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जलभराव की समस्या गंभीर
वहीं आपको बता दे कि इससे प्रशासन गंदा होता है। अन्य ट्रैफिक पुलिस को भी काफी मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में प्रशासन ने मानसून सीजन में हाईवे पर जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए पुलिस विभाग, नगर निगम और एनएचएआई ने जलभराव वाले स्थानों को चिन्हित कर लिया है। अब नगर निगम और एनएचएआई ने बारिश के पानी की निकासी के इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। हाईवे पर पानी की पाइप लाइन डालने के लिए खुदाई होने से आवागमन प्रभावित होगा। इसलिए इसके लिए ट्रेंचलेस पद्धति का प्रयोग किया जाएगा यानी बिना सड़क खोदे मशीन से पानी निकालने के लिए पाइप बिछाए जाएंगे।
डिस्पोजल सेंटर की मोटर बढ़ाई जाएगी और ट्रांसफार्मर बदले जाएंगे
यदि हाईवे का पानी नगर निगम के निस्तारण केंद्रों में जाएगा तो वहां पानी का दबाव बढ़ जाएगा। ऐसे में निगम के निस्तारण केंद्रों पर बड़ी संख्या में मोटर, विद्युत ट्रांसफार्मर व अतिरिक्त जेनसेट लगाए जाएंगे। निगम के मुताबिक जहां तीन मोटर हैं, वहां पांच मोटर लगाई जाएंगी। इसके अनुसार तीन माह के लिए अतिरिक्त जेनसेट की व्यवस्था की जा रही है। बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए ट्रांसफार्मर बदले जाएंगे। इस पर काम जल्द शुरू होगा। जुलाई से पहले इसे पूरा करने का लक्ष्य है। 9 डिस्पोजल सेंटरों में सुधार किया जाएगा।