वाहन चोरी, ओवरस्पीड वाहन सहित अपराधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस की कार्यक्षमता का विस्तार किया जा रहा है। पुलिस की मांग पर नगर निगम शहर में 909 कैमरे लगाएगा। इनमें 48 स्पीडोमीटर, 260 एनपीआर और 591 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। पुलिस ने इन कैमरों को लगाने के लिए जगह चिन्हित कर नगर निगम को सूचित कर दिया है। पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा के साथ हुई बैठक में नगर निगम के अधिकारियों ने जल्द कैमरे लगाने की बात कही है।
ऐसे करेंगे कैमरे ट्रायल
स्मार्ट सिटी ने शहर के कुछ चौराहों पर ट्रायल के लिए एनपीआर और स्पीडोमीटर कैमरे लगाए थे। उनका ट्रायल सफल रहा। ये कैमरे स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से जुड़े रहेंगे। वाहन चोरी होते ही वाहन मालिक इसकी सूचना कंट्रोल रूम या अपने थाने की पुलिस को देता है। इसकी सूचना संबंधित कंट्रोल रूम या थाना प्रभारी स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम को देंगे। वाहन नंबर कैमरा ट्रैकिंग सॉफ्टवेयर में कैद हो जाएगा। जब भी उस नंबर का कोई वाहन एनपीआर कैमरे के सामने से गुजरेगा तो सिस्टम कंट्रोल रूम में बैठे कर्मियों को इस संबंध में सतर्क कर देगा। कर्मी नजदीकी थाने या चौकी की पुलिस से चालक को गिरफ्तार करने के लिए कहेंगे।
चोरी हुए वाहन को पकड़ने के होंगे प्रयास
चोरी के गंभीर मामलों में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। वाहन चोरी करने के बाद बदमाश दूसरे शहरों में घुसकर उसका उपभोग करने पहुंच जाते हैं। यह पार्ट्स रूम में आसानी से बिक जाता है। लिहाजा पुलिस अधिकारियों ने शहर में वाहन चोरी रोकने के लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड से एएनपीआर कैमरे लगाने की मांग की।
इन जगहों पर लगेंगे कैमरे
ये कैमरे पुलिस द्वारा बताए गए स्थानों पर लगाए जाएंगे। इनमें बदरपुर बॉर्डर, टोल टैक्स, फरीदाबाद-गुरुग्राम रोड, सूरजकुंड रोड, नेशनल हाईवे के ट्रैफिक सिग्नल पर कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे दुर्गा बिल्डर, इस्माइलपुर, बसंतपुर, प्रह्लादपुर, शूटिंग रेंज, आगरा नहर, एमसीडी बूथ आदि जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों के पास भी लगाए जाएंगे। इसे शहर के प्रमुख बाजारों, सरकारी कार्यालयों, मॉल आदि के बाहर लगाने की योजना है। चोरी के वाहनों का पता लगाने और आरोपियों को पकड़ने में आसानी होगी।