रिवाजपूर गांव वाले 15 महीनों के लिए कूड़ाघर बनाने को तैयार, डंपिंग यार्ड को लेकर एडीसी ने करी मीटिंग

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 रिवाजपूर गांव वाले 15 महीनों के लिए कूड़ाघर बनाने को तैयार, डंपिंग यार्ड को लेकर एडीसी ने करी मीटिंग

फरीदाबाद शहर से प्रतिदिन निकलने वाले लगभग 800 मीट्रिक टन कचरे के अस्थाई निस्तारण के लिए चार स्थानों का चयन किया गया है। नगर आयुक्त जितेंद्र दहिया ने बताया कि गांव रिवाजपुर में अस्थाई कूड़ाघर निर्माण को लेकर 13 मई को गांव के रहवासियों की कमेटी के साथ बैठक हुई थी। इसमें एडीसी अपराजिता, डीसीपी सेंट्रल पूजा वशिष्ठ, डीसीपी क्राइम मुकेश मल्होत्रा, ज्वाइंट कमिश्नर शिखा अंतिल समेत नगर निगम के अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इसके अलावा गांव रिवाजपुर के नाहर सिंह चौहान, माला चौहान, हरि दत्त, गांव टिकावली के हरि किशोर आदि मौजूद रहे।

 

ग्रामीणों के साथ हुई बैठक

रिवाजपूर गांव वाले 15 महीनों के लिए कूड़ाघर बनाने को तैयार, डंपिंग यार्ड को लेकर एडीसी ने करी मीटिंग

बता दे कि कमिश्नर जितेंद्र दहिया ने बताया कि इस बैठक से पहले 11 व 12 मई को पुलिस व एसीपी स्तर के निगम अधिकारियों की सात संयुक्त टीम गठित कर आसपास के गांवों में लोगों को जागरूक किया गया। इसके बाद ग्रामीणों की सहमति पर 13 मई को नगर निगम कार्यालय में बैठक हुई। बैठक में सभी ग्रामीणों से अनुरोध किया गया कि इस डंपिंग साइट को 15 माह के लिए ही अस्थाई रूप से शिफ्ट किया जा रहा है। एक जगह 200 मीट्रिक टन ही कचरा आएगा। डंपिंग यार्ड से निकलने वाले पानी को एसटीपी में ट्रीट किया जाएगा। बैठक के दौरान गांव निवासी और सेव फरीदाबाद फाउंडेशन के सदस्य पारस भारद्वाज ने कहा कि कचरा डंप करने से वायु और जल प्रदूषण होगा। इस पर पार्षद ने बताया कि यहां 15 माह के लिए ही प्लांट लगाया जाएगा। इस कचरे का सही तरीके से निस्तारण किया जाएगा। इसके लिए कंक्रीट का प्लेटफार्म बनाया जाएगा और यहां से निकलने वाले गंदे पानी को पानी के टैंकरों के जरिए एसटीपी तक पहुंचाया जाएगा। इस पानी को ट्रीट करने की भी व्यवस्था होगी। चारों तरफ पौधारोपण किया जाएगा और डंपिंग साइट को डबल वॉल किया जाएगा। इस पर ग्रामीण भी राजी हो गए।

 

आसपास के गांवों में 10 करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए जाएंगे।

रिवाजपूर गांव वाले 15 महीनों के लिए कूड़ाघर बनाने को तैयार, डंपिंग यार्ड को लेकर एडीसी ने करी मीटिंग

गांव निवासी व समिति सदस्य रोहताश ने यहां स्कूल या पार्क बनाने की मांग की। इस पर नगरसेवक ने कहा कि यह जमीन गांव की बेहतरी के लिए है और 15 महीने बाद गांव वालों की जो मर्जी होगी वह यहां की जाएगी, उन्होंने विकास कार्यों के लिए नगर निगम से 10 करोड़ रुपये स्वीकृत करने का आश्वासन भी दिया। ग्रामीणों ने मच्छरों की समस्या के बारे में बताया। नगरसेवक ने कहा कि फॉगिंग मशीन खरीदी जा रही है। ये मशीनें इन सभी गांवों में अलग से दी जाएंगी। इसके लिए ग्रामीणों व नगर निगम की कमेटी बनेगी।

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