शहर के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। छह साल से रुके सभागार का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद है। लोक निर्माण विभाग इसका निर्माण कार्य शुरू करने के लिए इसी सप्ताह टेंडर निकालने जा रहा है। शहर में ऐसी कोई जगह नहीं थी जहां सैकड़ों लोग एक साथ बैठकर लोगों के राजनीतिक, धार्मिक, सामाजिक और प्रशासनिक कार्य करने के लिए कार्यक्रम आयोजित कर सकें। इसकी जरूरत को समझते हुए पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौर ने 11 फरवरी 2009 को तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से शिलान्यास करवाया।
2015 में हुआ शिलान्यास
बता दे कि शारदा राठौड़ ने मई 2014 में इसका काम शुरू करने के लिए भूमि पूजन भी किया था। अक्टूबर-2014 में विधानसभा चुनाव के चलते आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विधायक मूलचंद शर्मा चुनाव जीत गए थे, उन्होंने जून 2015 में सभागार का शिलान्यास कर निर्माण कार्य शुरू किया था। नगर निगम सभागार का निर्माण कार्य करवा रहा था। नगर निगम के ठेकेदार ने 4 करोड़ रुपए खर्च कर दिए, लेकिन निगम ने उसे भुगतान नहीं किया। रुपये नहीं देने पर ठेकेदार ने निर्माण कार्य बंद कर दिया। इसके बाद से नगर निगम ने सभागार का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया।
अब लोक निर्माण विभाग बनाएगा
आपको बताते चले कि सभागार का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने सितंबर-2021 में निगम आयुक्त डॉ. गरिमा मित्तल से बातचीत की थी। नगरसेवक ने सभागार का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग से करवाने का प्रस्ताव दिया। मंत्री ने इस पर सहमति जताई। निगम ने सभागार की फाइल लोक निर्माण विभाग, सड़क व भवन को सौंपी। ऑडिटोरियम तैयार करने के लिए विभाग के कार्यपालन यंत्री प्रदीप संधू ने डीपीआर तैयार करवाया। इसके लिए 10 करोड़ 85 लाख रुपये का अनुमान लगाया गया था। परिवहन मंत्री और मूलचंद शर्मा ने इसका बजट सरकार से स्वीकृत करवाया।