शहर में पेयजल आपूर्ति बढ़ाने के लिए फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) ने दो साल पहले काम शुरू किया था, लेकिन आज तक आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ है। आरटीआई कार्यकर्ता ने जानकारी मांगी तो एफएमडीए ने बताया कि जलापूर्ति बढ़ाने और रिन्यूवल कुएं की मरम्मत पर 70 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए। लोगों का आरोप है कि नगर निगम में बरसाती कुएं थे, तब भी जलापूर्ति वैसी ही थी और स्थिति आज भी वैसी ही है।
आरटीआई कार्यकर्ता ने जब जवाब मांगा तो इसका खुलासा हुआ
वहीं इस तरह के दावों के बावजूद एनआईटी व बड़खल विधानसभा के बूस्टर पर स्थिति पहले जैसी ही है। आज भी लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। 10 अप्रैल को, आरटीआई कार्यकर्ता रवींद्र चावला ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत एफएमडीए द्वारा अपनी स्थापना के बाद से किए गए और पूरे किए गए कार्यों की संख्या के बारे में जानकारी मांगी थी। इसके जवाब में FMDA ने पानी से जुड़ी आधी ही जानकारी दी। पता चला है कि एफएमडीए ने दो साल में रेनवेल की मरम्मत, डीसिल्टिंग, कनेक्टिंग लाइन, खराब नलकूप की मरम्मत, ग्रेटर फरीदाबाद में पाइप लाइन बिछाने, मोटरिंग ट्यूबवेल आदि पर 70 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।