जिले में डेढ़ दर्जन से अधिक स्वीमिंग पूल अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं। इस पर जिला खेल पदाधिकारी का कहना है कि उपायुक्त से स्वीकृति लेकर पूल संचालकों के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा। गर्मी से निजात पाने के लिए लोग स्विमिंग पूल में नहाने के लिए काफी पैसे खर्च करते हैं, लेकिन स्विमिंग पूल में पैसा खर्च करने के बाद भी लोगों को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।
आपको बता दे कि जिले के कुछ स्वीमिंग पूलों में जल क्लोरीनीकरण, ऑक्सीजन सिलेंडर, जीवन रक्षक किट और दुर्घटना की स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं। जिला तैराकी संघ के पदाधिकारियों का भी मानना है कि कुछ पूल संचालकों को मानकों की जानकारी नहीं है। पिछले दिनों जिला प्रशासन द्वारा स्वीमिंग पूलों पर नकेल कसने के लिए पंजीयन के लिए रूपरेखा तैयार की गई थी, लेकिन उस पर कोई काम नहीं हुआ।
एनआईटी विधानसभा-86 के विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि फरीदाबाद लोकसभा सीट से पूर्व मंत्री…
लोक सभा निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने कहा कि सही प्रशिक्षण लेने के उपरांत कार्य…
मैं किसी बेटी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती। इसके लिए मैं कुछ भी कर…
एक शिक्षक के रूप में होने और MRIS 14( मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल सेक्टर 14)…
श्री महारानी वैष्णव देवी मंदिर संस्थान द्वारा महारानी की प्राण प्रतिष्ठा दिवस के उपलक्ष्य में…
आज दिनांक 26 फरवरी को एनआईटी फरीदाबाद से विधायक नीरज शर्मा ने बहादुरगढ में दिन…