संघ लोक सेवा आयोग की रविवार को हुई प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) में जीएस और सी-सेट के पेपर परीक्षार्थियों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। परीक्षा केंद्रों से बाहर निकले परीक्षार्थियों ने बताया कि उन्होंने जो सिलेबस और पैटर्न तैयार किया था, उसके अनुसार पेपर नहीं आया, इसके अलावा पैटर्न में भी बदलाव किया गया हैं। जिले में परीक्षा को सफल संपन्न कराने के लिए 59 विद्यालयों में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इसमें 21497 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी, लेकिन सुबह की पाली में 57.25 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जिसमें 12309 परीक्षार्थी शामिल हुए।
परीक्षा का पैटर्न आया अलग
आपको बता दे कि दोपहर की पाली में परीक्षा में शामिल होने वालों की संख्या और घटकर 56.69 प्रतिशत रह गई। इसमें 12188 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इस तरह मॉर्निंग शिफ्ट के 121 और कम हो गए। परीक्षा केंद्रों के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया था और जैमर भी लगाए गए थे। परीक्षार्थियों के अनुसार सामान्य अध्ययन के पेपर में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न, कथन और विस्तृत प्रश्न काफी कठिन थे। जैसा कि विशेषज्ञों ने कोचिंग के दौरान और यूट्यूब पर सामान्य अध्ययन के पेपर के बारे में बताया, वैसा कुछ नहीं है। इस बदलाव के कारण परीक्षार्थी प्रश्नपत्र समझने में भ्रमित हो गए। चूंकि किसी प्रश्न का सही उत्तर नहीं देने पर नकारात्मक अंकन होता है, इसलिए उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे केवल उन्हीं प्रश्नों को हल करें जिनके सही होने के बारे में वे पर्याप्त रूप से आश्वस्त हों।