उच्च शिक्षा विभाग ने सभी कॉलेजों को जिले में बेरोजगारों और कामकाजी युवाओं का डाटा कलेक्ट करने के निर्देश दिए हैं। कॉलेज प्रबंधक परिसर के आसपास से 18 से 25 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं का डाटा निकलेंगे। इसके लिए जिला उच्च शिक्षा अधिकारी व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा। प्रतिदिन संस्थान की जानकारी ग्रुप में अपडेट की जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग युवाओं का डाटा बैंक तैयार कर अपनी रिपोर्ट सरकार को भेजेगा, ताकि उनके रोजगार के लिए योजना बनाई जा सके। सर्वे पूरा करने वाले छात्रों को एनएसएस वालंटियर्स की तरह पांच अंक मिलेंगे, जिससे उन्हें अगली कक्षा में एडमिशन लेने में मदद मिलेगी।
कॉलेज के छात्र करेंगे सर्वे
राज्य सरकार युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान दे रही है। ऐसे में प्रदेश भर के पात्र, नियोजित और बेरोजगार युवाओं का डाटा एकत्र करने की योजना बनाई गई है। इसके तहत जिलों में स्थित कॉलेजों की टीम घर-घर जाकर सर्वे करेगी। किस क्षेत्र में कितने युवा बेरोजगार हैं, कितने युवा कार्यरत हैं, युवाओं की शैक्षणिक योग्यता क्या है, इसकी जानकारी लेकर कॉलेज रिपोर्ट तैयार करेगा। इसके तहत जिलों में राजकीय महाविद्यालयों के छात्र स्वयंसेवकों की ड्यूटी लगाई गई है। विभाग को इस कार्य में लगे छात्र वालंटियरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि कार्य शीघ्र पूरा किया जा सके। इस कार्य के लिए कॉलेजों में नोडल अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
कंपनियां पोर्टल पर युवाओं का डाटा देख सकेंगी
सरकार की योजना क्रीड पोर्टल को कंपनियों से जोड़ने की है। कंपनियां इस पोर्टल पर मौजूदा युवाओं की जानकारी देख सकेंगी और उनकी जरूरत के अनुसार युवाओं की योग्यता और क्षमता के अनुसार उन्हें रोजगार के साधन मुहैया करा सकेंगी। नेहरू कॉलेज सेक्टर-16ए के प्राचार्य डॉ. एमके गुप्ता ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग से युवा सर्वे के लिए स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के निर्देश मिले हैं। यहां सभी कॉलेज रोजाना जानकारी साझा करेंगे। इसके बाद रिपोर्ट तैयार कर विभाग को नियमित रूप से साझा की जाएगी।