हाईवे पर हादसों की मुख्य वजह तेज रफ्तार है। हाईवे की मुख्य लेन पर वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए एनएचपीसी के साथ ट्रैफिक पुलिस ने रंबल स्ट्रिप लगाने का काम शुरू कर दिया है। इन पट्टियों के कारण वाहन चालक समय-समय पर अपने वाहनों की गति पर ध्यान देंगे और सतर्क हो जाएंगे। हाईवे पर रोजाना एक लाख से ज्यादा वाहनों का आवागमन होता है।
यहां से दिल्ली, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद, पलवल, आगरा आदि जगहों पर आसानी से जाना पड़ता है। हर रोज लाखों रुपए हाईवे पर टोल के रूप में वसूले जा रहे हैं। इसके बावजूद हाईवे पर अभी भी सड़क सुरक्षा से जुड़ी कई खामियां हैं। इस वजह से यहां अक्सर हादसे होते रहते हैं। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस ने एनएचएआई से सड़क हादसों को रोकने के लिए जरूरी जगहों पर रंबल स्ट्रिप लगाने की मांग की थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एनएचएआई की ओर से इसे लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।
ये रंबल स्ट्रिप्स हैं
रंबल स्ट्रिप्स प्लास्टिक और सीमेंटेड हैं। उनके ऊपर पीला रंग लगाया जाता है। इनके ऊपर से गुजरने पर वाहनों में कंपन होता है। यह तेज रफ्तार वाहन के चालक को सतर्क रहने का संकेत देता है। कभी-कभी लंबे समय तक गाड़ी चलाने के कारण ड्राइवर को उनींदापन या उनींदापन हो जाता है, ये स्ट्रिप्स ड्राइवर को सतर्क कर देंगी।
ब्लैक स्पॉट्स पर रंबल स्ट्रिप्स लगाई जाएंगी
ट्रैफिक पुलिस ने हाईवे पर 14 स्थानों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किया है। इनमें सेक्टर-37, एनएचपीसी, बदरपुर बॉर्डर, गुडइयर, जेसीबी, नेल्सन, कैली मोर, सीकरी मोड़ शामिल हैं। इन सभी जगहों पर रंबल स्ट्रिप लगाई जाएंगी। राजमार्ग पर गति सीमा कारों के लिए 80 किमी प्रति घंटा और भारी मालवाहक वाहनों के लिए 65 किमी प्रति घंटा है।
ट्रैफिक पुलिस का क्या कहना?
ट्रैफिक डीसीपी अमित यशवर्धन हादसे रोकने को लेकर काफी काम किया जा रहा है। इसी के तहत हाईवे पर रंबल स्ट्रिप्स लगानी शुरू की गई हैं। इससे वाहन चालकों का ध्यान अपनी गति की तरफ जाएगा और वे सचेत रहेंगे।