बैंकों की मनमानी से 2000की नोट बदलने के लिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डीसी ने सोमवार के दिन आदेश जारी करते हुए कहा था कि लोगों को बैंक में 2000की नोट बदलवाने के लिए किसी भी तरह का कोई आईडी प्रूफ नहीं लगाना है। नोट एक्सचेंज करने वाले सीधा बैंक में बदला सकते हैं। कोई फॉर्म भी नहीं भरना।
मंगलवार को बैंक की पड़ताल की तो वहां फॉर्म भरकर आईडी प्रूफ लगाने के बाद ही नोट बदले जा रहे थे। वहीं कुछ लोगों को निजी बैंक सरवर ना चलने का हवाला देकर लोगों को लौटाया जा रहा था। जब डीसी के आर्डर का हवाला दिया, तो कहा गया कि डीसी कौन होते हैं। बैंकों को आदेश देने वाले हम अपने अधिकारियों को आदेश मानेंगे।
इस मामले में डीसी से बात करने का प्रयास किया गया तो, उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। वही डिस्ट्रिक्ट मैनेजर पीयूष गोयल का कहना है कि डीसी के नियमों को लेकर जानकारी मांगी थी। इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है और यही रिपोर्ट डीसी को सौंपी जाएगी और अगर वह अपनी मनमानी करेंगे और नियमों का पालन नहीं करेंगे तो इसकी जानकारी डीसी को दी जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक फरीदाबाद के बीके चौक स्थित एचडीएफसी बैंक की पड़ताल की तो पाया गया कि यहां पर मंगलवार को नोट नहीं बजे जा रहे थे। काउंटर पर मौजूद महिला ने बताया कि आज नोट बदलने वाला पोर्टल नहीं चल रहा है और इस वजह से नोट नहीं बदले जा सकते और उसने कहा कि बैंक खाता है तो उसमें आप जमा करा सकते हैं।
फरीदाबाद के बीके से नीलम चौक जाने वाली सर्विस रोड पर स्थित बैंक की पड़ताल की तो वहां मौजूदा बैंक कर्मी ने बताया, कि नोट बदल जाएंगे। परंतु नोट बदलने के लिए उन्हें एक फॉर्म भरना पड़ेगा और उसके साथ एक आईडी प्रूफ की फोटो कॉपी लगानी पड़ेगी। जब डीसी के आर्डर के बारे में बताया गया तो कहा कि हमें नहीं पता किसी भी ऑर्डर के बारे में पर आपको नोट बदलना है, तो इस नियम का पालन करना पड़ेगा।
फरीदाबाद के बीके से नीलम चौक जाने वाली सर्विस रोड पर स्थित बैंक की पड़ताल की तो वहां मौजूदा बैंक कर्मी ने बताया, कि नोट बदल जाएंगे। परंतु नोट बदलने के लिए उन्हें एक फॉर्म भरना पड़ेगा और उसके साथ एक आईडी प्रूफ की फोटो कॉपी लगानी पड़ेगी। जब डीसी के आर्डर के बारे में बताया गया तो कहा कि हमें नहीं पता किसी भी ऑर्डर के बारे में पर आपको नोट बदलना है, तो इस नियम का पालन करना पड़ेगा।
फरीदाबाद के एनआईटी स्थित इंडियन बैंक में पड़ताल की तो वहां मौजूद बैनर में 2000की नोट बदलने के लिए फॉर्म भरवा कर आईडी प्रूफ लगवा रहे थे और साथ ही जो बने डीसी के और रो का हवाला दिया गया तो उन्होंने कहा कि हम किसी का भी आर्डर नहीं मानते। हमें हमारे बैंक अधिकारी के आदेश का पालन करना है।
ऐसे ही फतवा जितने तमाम जगहों की बैंकों में जाकर सर्वे किया गया तो मालूम हुआ कि वहां पर अधिकारी अपने ही नियमों का पालन करें हैं। डीसी के नियमों की धज्जियां उड़ी हुई है। साथ ही उन लोगों ने यह भी कहा कि आपको अगर नोट बदलवाने हैं तो आपको फॉर्म भरकर एक आईडी प्रूफ लगाना पड़ेगा। हम भी सी के नियमों का पालन नहीं करेंगे। हम अपने अधिकारी का पालन करेंगे।