जिले की ये आठ सड़के मॉडल रूप में विकसित होंगी और यह कार्य ट्रैफिक पुलिस करेगी और इसके लिए पुलिस ने जिले में ढांचागत विकास का निर्माण कार्य करने वाली आठ सरकारी एजेंसियों से समव्य किया है।
4 विभागों ने सड़क चिन्हित कर उन पर काम शुरू कर दिया है और इसमें वह सड़के भी शामिल है। जहां पर अक्सर सड़क हादसे होते हैं या जाम लगता है। सड़कों को जाम व दुर्घटना मुक्त करने की दिशा में यह पहल की गई है और अब कोई एजेंसी नई सड़क बनाएगी तो उससे पहले मॉडल सड़क दिखाई जाएगी। ताकि अगर कोई भी नई सड़क बन रही है। उसमें किसी प्रकार की किसी तरह की खामी बाकी ना रहे।
फरीदाबाद के डीसीपी ट्रैफिक अमित यशवर्धन ने कहा “कि शहर में जाम और सड़क हादसों की कमी लाने के लिए मॉडल की योजना बनाई गई है और सभी विभागों में इसे काफी सकारात्मक रूप में लिया है। जल्द ही यह सर के विकसित हो जाएंगे। इसके बाद नई सड़क बनाने से पहले विभिन्न विभागों के अधिकारियों को यह मॉडल सड़क दिखाई जाएगी ताकि भविष्य में इसी तरीके से काम हो पाए।
जिले की सड़कों का निर्माण अलग-अलग सरकारी विभाग करते हैं। शहर में प्रमुख सड़कों का निर्माण फरीदाबाद विकास महानगर विकास प्राधिकरण कर रहा है। अंदर भी कई सड़क नगर निगम बनाता है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, स्मार्ट सिटी, परियोजना लोक निर्माण विभाग मार्केटिंग बोर्ड पर भी सड़कों के निर्माण की जिम्मेदारी रहती है। हाईवे पर एनएचआई यह काम करती है।
इन सड़कों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने का जिम्मा नगर निगम या स्मार्ट सिटी के तहत आता है। फिर टीवी कोई दूसरा विभाग लगाता है। ज़ेबरा क्रॉसिंग अलग विभाग करता है और इन विभागों का पुलिस के साथ संबंध नहीं होता। इस वजह से कई सड़कों पर ब्लैक स्पॉट बनने की आकांक्षा रहती है और दुर्घटनाएं होती है।
पहली बार ऐसा होगा कि सभी विभागों के साथ संबंध में आकर सड़क का निर्माण करा जाएगा। सड़कों पर जेब्रा क्रॉसिंग, ट्रैफिक सिग्नल, सिस्टम कैमरे, सड़क की लंबाई चौड़ाई, लेन की मार्किंग, ट्रैफिक संकेतक, सभी नियम और मानकों पर दुरुस्त होंगे।
फरीदाबाद के डीसीपी ट्रैफिक अमित वर्धन की अध्यक्षता में बैठक हुई तो यह मुद्दा उठा की फिलहाल सड़के मानकों पर खरी नहीं उतरती। कहीं ज़ेबरा क्रॉसिंग गलत गलत बनी है तो कहीं पैदल चलने वालों के लिए किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है। साथ ही मार्किंग लेन कहीं गलत तरीके से बनी हुई है और इसी वजह से सड़क हादसे होते हैं। इसलिए सड़क विकसित करने के लिए पहले सड़क मॉडल बनाया जाएगा। उसके बाद सड़क बनाने का फैसला लिया जाएगा।