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फरीदाबाद की सोसाइटी में भेजे जा रहे है गलत बिल, आरडब्लूए का कहना है कि सिर्फ कुछ लोगों को है दिक्कत।

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प्रिंसेस पार्क सोसाइटी में एक गलत बिलिंग को लेकर रेजिडेंट और आरडब्ल्यूए आमने-सामने हैं। रेजिडेंट ने आरोप लगाया है कि आरडब्ल्यूए ने बिना बताए कॉमन एरिया बिजली शुल्क बढ़ा दिया है और साथ ही लोगों को गलत बिल भेज रहे हैं। रेजिडेंट ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के डायरेक्टर से इस बारे में बातचीत और शिकायत की तो अफसरों ने किसी भी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं की।

प्रिंस का सोसाइटी में करीब 1100 परिवार के लोग रहते हैं। साथ ही सोसाइटी को आरडब्ल्यूए को हैंड ओवर किया गया। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि बीते नवंबर दिसंबर 2022 में कॉमन एरिया के लिए 11 पैसे प्रति स्क्वायर फीट लिया जा रहा था जो कि अचानक से जनवरी 2023 में 28 पैसे कर दिया गया है। उसके बाद आरडब्ल्यू ने उन्हें 40,000 यूनिट का गलत बिल भेजा है।

फरीदाबाद की सोसाइटी में भेजे जा रहे है गलत बिल, आरडब्लूए का कहना है कि सिर्फ कुछ लोगों को है दिक्कत।

जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और इससे संबंधित मामले में आरडब्ल्यू से सुनवाई ना होने पर उन्होंने बिजली विभाग के डायरेक्टर को शिकायत दी और डायरेक्टर नहीं सारे मंडी और उन्होंने फरीदाबाद जिले के ऐसी नरेश कक्कड़ को सुनवाई के लिए आदेश किया जो कि ऐसी नरेश कक्कड़ ने EXEN को सुनवाई के लिए कहा था परंतु उन्होंने किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की।

नरेश कक्कड़ का कहना है कि “सुबोध ग्रोवर की शिकायत वाजिब नहीं है। बिजली विभाग सोसाइटी को 1 मीटर देता है। हमारी उसी के प्रति जिम्मेदारी बनती है। सोसाइटी के अंदर जो मीटर लगे हैं, उसकी जिम्मेदारी सिर्फ आरडब्लूए की बनती है। आरडब्ल्यूए ने हमें भी दस्तावेज दे दिए हैं। शिकायतकर्ता का व्यवहार ठीक नहीं है”।

फरीदाबाद की सोसाइटी में भेजे जा रहे है गलत बिल, आरडब्लूए का कहना है कि सिर्फ कुछ लोगों को है दिक्कत।

शिकायतकर्ता और सुबोध ग्रोवर ने कहा कि प्रिंसेस पार्क सोसाइटी में गलत बिल को लेकर लोग परेशान हैं। उनका कहना है कि फालतू चार्ज नहीं भरेंगे। निगम अधिकारियों से हमने कॉमन एरिया बिजली शुल्क बढ़ाने के मानकों का भी ब्यौरा मांगा है पर इसका कोई जवाब नहीं मिला है।

आरडब्ल्यूए के उपप्रधान का कहना है कि कॉमन एरिया में हमने 52 मीटर लगाए हैं। बिल बड़े हुए 6 महीने होने को है। बिल का पहली बार ऑडिट किया गया। बिल को पहली बार ऑडिट किया गया तो लोगों के ईमेल पर भेजा गया था। सोसायटी में हर हफ्ते मीटिंग रखी जाती है। सभी को बुलाकर उनकी परेशानी के बारे में पूछा जाता है। सभी को बिल का डाटा भी दिया जाता है। कुछ लोग हैं जो मीटिंग में नहीं आते हैं और बाद में लड़ाई झगड़े करते हैं। हम सबको बिल का डेटा देने के लिए तैयार है।

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