फरीदाबाद से अपरहण कर कारोबारी का नैनीताल में मिला शव, पुलिस चाहती तो निकल नहीं पाते अपहरणकर्ता, जानें पूरी खबर।

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 फरीदाबाद से अपरहण कर कारोबारी का नैनीताल में मिला शव, पुलिस चाहती तो निकल नहीं पाते अपहरणकर्ता, जानें पूरी खबर।

फरीदाबाद सेक्टर 15 से अपरहण कपड़े कारोबारी नागेंद्र चौधरी की हत्या के मामले में पुलिस की कार्यवाही से नाराज परिजनों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया। रविवार को उत्तराखंड के नैनीताल में मिले कारोबारी के शव को पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को फरीदाबाद लाया गया। परिवार का कहना है कि पुलिस चाहती तो अपन कर्ताओं की गाड़ी फरीदाबाद से बाहर ही नहीं जाने देती। परंतु आशंका जताई जा रही थी कि अपहरण के 2 दिन ही कारोबारी को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली लेकिन जब देकर आशंका जताई जा रही थी कि हत्या गला घोंटकर की गई है। परिजनों का कहना है कि नागेंद्र को कुछ नशीला पदार्थ भी दिया होगा। मामले में ड्राइवर और अन्य लोग भी शामिल होने का आरोप लगाया गया है। परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम करने की मांग कर मंगलवार को बीके अस्पताल के बाहर धरना दिया। तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल बीके अस्पताल पहुंचा। सीनियर अधिकारियों ने समझा कर परिजनों को देह संस्कार करने के लिए तैयार किया।

फरीदाबाद से अपरहण कर कारोबारी का नैनीताल में मिला शव, पुलिस चाहती तो निकल नहीं पाते अपहरणकर्ता, जानें पूरी खबर।

कारोबारी नागेंद्र चौधरी की बहन का कहना है कि पुलिस चाहती तो आरोपियों की गाड़ी को नैनीताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में टोल प्लाजा पर रोक सकती थी। बड़ा सवाल यह है कि पुलिस को जानकारी होने के बावजूद भी आरोपियों की कार हरियाणा, दिल्ली यूपी और उत्तराखंड के इलाकों को पार कर गई। लेकिन कहीं भी गाड़ी नहीं रोकी गई, नागेंद्र के जीजा अविनाश और उसकी बहन कुसुम ने कहा कि पुलिस तत्परता से कार्यवाही करती तो अपहरणकर्ता फरीदाबाद की सीमा लांघ ही नहीं सकते थे। पुलिस ने आरोपी पंकज के परिजनों पर दबाव ही नहीं बनाया। वह फरीदाबाद से नैनीताल तक चार-पांच टोल प्लाजा है। सीसीटीवी के द्वारा चेक किया गया तो अकेले ही गाड़ी चलाता आरोपी है, लेकिन परिजनों का आरोप है की अपहरण कराने से लेकर हत्या तक पंकज के साथ और भी लोग शामिल है।

फरीदाबाद से अपरहण कर कारोबारी का नैनीताल में मिला शव, पुलिस चाहती तो निकल नहीं पाते अपहरणकर्ता, जानें पूरी खबर।

परिजनों का संदेह ड्राइवर पर भी है। ड्राइवर को संदेह की दृष्टि से देख रहे हैं। कारोबारी की बहन कुसुम ने आरोप लगाया कि ड्राइवर आरोपी पंकज से मिला हुआ है। ड्राइवर ने नागेंद्र के बारे में पंकज को जानकारी दी। घटना के बाद ड्राइवर को सेक्टर 17 क्राइम ब्रांच जाने के बजाय नजदीक सेक्टर 15 की चौकी में जाना चाहिए था या फिर डायल 112 पर संपर्क करना चाहिए था जो उसने नहीं किया। इन सब कारणों से ड्राइवर संदेह के घेरे में है। पुलिस भी इस बात को मान रही है कि ड्राइवर समय पर घटना की पुलिस को जानकारी दे सकता था और आरोपी पंकज बाद फरीदाबाद की सीमा से बाहर नहीं निकल सकता था। ड्राइवर 10-15 मिनट में क्राइम ब्रांच पहुंचा और फिर वह वापस आया। इस बीच तक काफी देर हो चुकी थी। 20 से 25 मिनट तक का वक्त पंकज को फ़रीदाबाद से  बाहर निकलने का समय मिल गया।

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क्राइम ब्रांच के डीसीपी मुकेश मल्होत्रा का कहना है कि अपहरण की रिपोर्ट में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी पंकज को दबोच ने के लिए दिल्ली में छापेमारी कर रही है। उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट लेने के लिए पुलिस नैनीताल गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि नागेंद्र की हत्या के किस तरह की गई है।

नागेंद्र का सुराग जुटाने में पुलिस की 5 से अधिक टीमें छानबीन कर रही है। पुलिस ने टोल प्लाजा रोड, किनारे, दुकान, ढाबे, होटल, पेट्रोल पंप और अन्य स्थानों पर लगे करीब ढाई हजार सीसीटीवी खंगाले इन सीसीटीवी को खंगालने में पुलिस का अधिक समय लगा। वहीं पुलिस को सड़ी  गली अवस्था में शव बरामद किया। बताया जा रहा है कि दाया हाथ के निकट ही अलग मिला। पुलिस सूत्रों का कहना है कि नागेंद्र की हत्या फ़रीदाबाद में ही कर दी गई थी और वह शव को लेकर नैनीताल पहुंचे। नैनीताल के रास्ते में बेहद ढंग से वाकिफ है। इसे आसानी से ले जा सका।

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