तालाबों के जीर्णोद्धार के दावे तो बहुत बार किए गए हैं, लेकिन धरातल पर काम होता हुआ दिखाई नहीं देता। अधिकतर गांवों के तालाबों की हालत कुछ इसी तरह है। कचरे के ढेर है। इनका पानी ओवरफ्लो होकर आसपास के मकानों और सड़क पर जमा हो जाता है। इस वजह से ग्रामीण परेशान है। ऐसा ही एक मामला है। लहंडोला गांव का आया है।
यहां तालाब का पानी ओवरफ्लो होकर मुख्य सड़क तक पहुंच गए। इस वजह से वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। पैदल तो ग्रामीण निकल ही नहीं पा रहे हैं। लोगों को बहुत ही भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों को द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी किसी भी प्रकार का कोई समाधान नहीं किया गया।
गांव में सड़क से कुछ दूरी पर ही तलाब बना हुआ है। वहां पर घरों का गंदा पानी जाता है। समय पर सफाई ना होने पर वजह से तालाबों शुरू हो जाता है और वर्षा के दिनों में तो हालत और भी ज्यादा बदतर हो जाती है। तालाब के पानी से लोक निर्माण विभाग की सड़क खराब हो रही है और पानी कई दिनों से जमा है। इसके बाद भी विभाग को चिंता नहीं हो रही है।
वहीं लहंडोला गांव के सरपंच सोनिका नागर का कहना है कि पानी निकासी का इंतजाम किया जा रहा है। प्रशासन से भी आग्रह है कि वह तालाब का जीर्णोद्धार कराने में सहयोग करें।
निर्माण विभाग के सरदार सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायत एवं खंड विकास पंचायत अधिकारी को पत्र लिखकर ओवरफ्लो तालाब का समाधान करने के लिए कहा गया है। इससे हमारी सड़क क्षतिग्रस्त हो रही है।
वही गांव के निवासी सरदार नंबरदार का कहना है कि गांव के मुख्य मार्ग पर जलभराव होने से आवागमन प्रभावित हो रहा है। पैदल जाने वालों के लिए रास्ता बिल्कुल बंद हो चुका है। लोगों को बहुत ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कुछ गांव के निवासी प्रवीण और सुजीत अधाना का कहना है कि लोगों के घरों में पानी घुस रहा है। रोज पानी बाहर निकाला पड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों ने समस्या का समाधान कराएं। लोगों को बहुत ज्यादा ही दिक्कत हो रही है। तालाब की सफाई होनी चाहिए परंतु ठीक प्रकार से सफाई नहीं हो रही है और पानी जमीन के नीचे नहीं जा सकता है। कचरा जमा होने से दिक्कत हो रही है।