जिस तरह गुड़गांव में हुडा सिटी सेंटर से साइबरसिटी तक की मेट्रो परियोजना को मंजूरी मिली है, उसी तरह फरीदाबाद के लोग भी अब फरीदाबाद से गुड़गांव मेट्रो रेल की परियोजना की राह देख रहे हैं। इस परियोजना की घोषणा मुख्यमंत्री ने 2015 में ही कर दी थी परंतु उसके बाद रूट फाइनल कर फीजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की गई। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार की गई, लेकिन आज तक फरीदाबाद से गुड़गांव मेट्रो के कागजों से निकलकर ट्रैक पर नहीं आ पाए जबकि हजारों की संख्या में फरीदाबाद से गुड़गांव जाने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है।
फरीदाबाद से हजारों लोग रोज गुड़गांव आते जाते हैं, परंतु सड़क की एकमात्र विकल्प है जहां से गुड़गांव जाया जा सकता है। मेट्रो से गुड़गांव तक जाना तो पहले दिल्ली जाना पड़ता है। फिर वहां से गुडगांव बहुत ना पड़ता है। बेहतर सुविधा ना होने के कारण लोग कब व बसों में धक्के खाते हुए नजर आते हैं।
अगर रात का समय है तो क्या अब में सफल महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। कई बार महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं भी हो चुकी है। शहरवासी कई बार सरकार से गुड़गांव फरीदाबाद के बीच मेट्रो की मांग उठा चुके हैं। परंतु दूसरी और फरीदाबाद गुड़गांव को मेट्रो से जोड़ने के लिए भाजपा सरकार की तरफ से कई बार अनेक दावे किए जा चुके हैं। सबसे पहले सीएम ने 2014 में ट्विटर पर फरीदाबाद से गुड़गांव तक मेट्रो स्टेशन करने की बात कही थी पर उन्होंने 2015 में औपचारिक घोषणा की थी।
वही 2018 में स्थानीय सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर डीपीआर लेकर मीडिया से रूबरू हुए थे। उन्होंने दावा किया था कि 2021 तक मेट्रो शुरू कर दी जाएगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। फरीदाबाद और गुड़गांव से रोज हजारों लोग आते जाते हैं। बनवारी के पास बने टोल प्लाजा पर रोजाना 50 हजार वाहन अप डाउन करते हैं।
बल्लमगढ़ से लेकर फरीदाबाद से रोजाना 25 बसे गुड़गांव आती जाती है। इनमें रोडवेज की बसों के साथ परमिट प्राप्त निजी बसें भी है। रोजाना दो से तीन हजार लोग बसों से गुड़गांव आना-जाना करते हैं। वहीं निजी टेडी हजारों लोग गुड़गांव आते जाते हैं। ऐसा ही नहीं ऐसा फरीदाबाद से गुड़गांव तक मेट्रो का निर्माण कर दिया जाए तो लाखों लोगों को फायदा होगा।
औद्योगिक नगरी के ड्रीम प्रोजेक्ट फरीदाबाद गुड़गांव मेट्रो के लिए तैयार की गई। फिजिकलिटी रिपोर्ट को भी केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की मंजूरी मिल चुकी थी। डीपीआर भी बन गया था। साथ ही फरीदाबाद से गुड़गांव तक 30.38 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर पर कुल 7 स्टेशन बनाने का प्रावधान भी किया गया था। पर अब बाद में यह कॉरिडोर मौजूदा स्टेशन बाटा चौक से जुड़ेगा।
यहां से मेट्रो पहाड़ी वाले रास्ते से होते हुए गुड़गांव में बनने वाले सेक्टर 45 मेट्रो स्टेशन से जोड़ने की प्लानिंग की जा रही है। फरीदाबाद की तरफ से बाटा चौक, प्याली चौक, शहीद भगत सिंह मार्ग, बड़खल, एंक्लेव पाली चौक पुलिस चौकी मांग पर मेट्रो स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है। वही गुड़गांव से ग्वाल पहाड़ी सेक्टर 56 सुशांत लोक रोडवेज सिटी और वाटिका चौक स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है।
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