हर कोई सोचता है की किसी की प्राइवेट इनफार्मेशन का चुराना ही साइबर क्राइम है। लेकिन साइबर क्राइम को हम यह भी कह सकते है कि किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के प्रयोग से किसी का डेटा चुराना या कंप्यूटर के इश्तेमाल से किसी को भी नुकसान पहुचाना तथा इल्लीगल एक्टिविटीज जिसके कारण चोरी से लेकर अन्य अपराध किए जाते है। इंटरनेट के बढ़ते इश्तेमाल से साइबर क्राइम भी बढ़ रहा है।
आधुनिक दिनों के मुकाबले साइबर क्राइम का खौफ 10 साल पहले बहुत काम था। यह एक बहुत बड़ी कम्युनिटी है ,जो लोगो को अपने झांसे मे लाकर लोगों का डेटा चोरी कर के, उन्ही के खिलाफ इश्तेमाल करते है। यह सब वर्ल्ड वेब के प्रयोग से किया जाता है , जैसे इ-कॉमर्स साइट, वीडियो गेम्स अत। बच्चे और औरते साइबर बुल्लिंग से ज्यादा प्रभावित हो रहे है।
यह सब रोकने के लिए सरकार ने अन्य कानून बनाये है। इसी के खिलाफ फरीदाबाद पुलिस ने उठाई अपनी आवाज़, हरयाणा उधय और साइबर रहगीरी कार्यक्रम ,सेक्टर 12 तथा एन आई टी के लोगो को जागरूक किया।
पुलिस कर्मी स्कूल, कॉलेज के छात्रों को जागरूक किया । साइबर टीम और अन्य फरीदाबाद के पुलिस कर्मी ने साइबर अपराध के खिलाफ जनता को जागरूक करते हुए रैली निकली।
सूबे सिंह – पुलिस प्रवक्त ने बताया कि “हर महीने के पहले बुधवार को पुरे हरयाणा मे साइबर रहगीरी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जिस मे ऑनलाइन क्राइम के खिलाफ लोगो को जानकारी देते हुए तथा बचाव के बारे मे बताया जाता है।”
साइबर क्राइम किसी की निजता या किसी सामान्य के लिए बहुत खतरनाक अपराध है। इन सब से बचा जा सकता है अगर हम इंटरनेट कर प्रयोग अच्छे तरीके से करे और सामान्य नियम का उपयोग कर के साइबर क्राइम से बाचा जा सकता है। साइबर क्राइम सिर्फ कानून का उल्लंघन – विरोध नहीं बल्कि मानव अधिकार का उल्लंघन करना भी है।