मानसून शुरू होने से पहले ही राष्ट्रीय राजमार्ग के सभी मेनहोल की सफाई शुरू हो गई है। कचरा बाहर निकाला जो आ रहा है। इसके लिए श्रमिक नही बल्कि मशीनें लगा दी है।
जिसकी वजह से कई जगह सर्विस रोड बंद कर दी गई है। एनएचएआई अधिकारियों का दावा है कि 30 जून से पहले सफाई का कार्य पूरा हो जाएगा। 1 जुलाई से मानसून शुरू हो जाएगा।
वैसे तो एनएचएआई अधिकारी हर बार दावा करते हैं, जलभराव होने नहीं दिया जाएगा परंतु जलभराव राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और नगर निगम अधिकारियों को आईना दिखाता है लेकिन अधिकारी सबक नहीं लेते। हाईवे पर ड्रेनेज सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा है।
दरअसल सर्विस लाइन पर राष्ट्रीय राजमार्ग ने कई स्थानों पर इस लाइन को पूरा नहीं किया है। कई स्थानों पर डिस्पोजल से कनेक्ट नहीं है। एनएचएआई अधिकारियों की मानें तो उन्होंने कई बार नगर निगम अधिकारियों को डिस्पोजल से करने की सुविधा देने की मांग की परंतु किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
इस तरह से बल्लमगढ़ में 6 अंतरराष्ट्रीय राज्य बनने के बाद भी सर्विस लेन के साथ ही लगते वर्षा के पानी की निकासी के लिए डिलीट करना तो दिए हैं, परंतु कूड़े कचरे से भरे हुए हैं। इस कारण से यह अवरुद्ध है और पानी निकासी नहीं हो पाती। यहां भी नगर निगम और एनएचएआई के बीच आरोप-प्रत्यारोप लगते रहते हैं।
एनएचआई अधिकारी ड्रेन सिस्टम को कनेक्ट ना करने के बाद नगर निगम पर डालते हैं, परंतु नगर निगम के अधिकारी कहते हैं कि हमने इनको कई पॉइंट बताएं हैं परंतु यह खुद ही नहीं करते हैं क्योंकि ड्रेनेज सिस्टम पूरा नहीं है। साथ ही सड़क सुरक्षा समिति की बैठक से लेकर विभागीय अधिकारियों की बैठक में हाईवे पर जलभराव का मुद्दा उठता है। केंद्र राज्य मंत्री विधायक सहित जिला उपायुक्त नाराजगी जाहिर करते हैं। हर बार आश्वासन दिया जाता है। सुधार नहीं किया जाता है।
क्यूब हाई कंस्ट्रक्शन कंपनी परियोजना निर्देशक वैभव शर्मा का कहना है कि हाइवे के बीचो-बीच ड्रेन है। जगह-जगह रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगे हुए और सभी मेनहोल की सफाई की जा रही है। गाद बाहर निकाल कर दूर की जाएगी। ये काम जल्द पूरा हो जाएगा।