स्मार्ट सिटी की सड़कों को धूल और प्रदूषण मुक्त बनाने क्या योजना का काम चल रहा है। इसके लिए फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है। शहर की मुख्य सड़कों पर लैंडस्कैपिंग की जाएगी। घास के साथ पौधे लगाए जाएंगे, जिससे जिले के प्रदूषण स्तर को कम किया जा सकेगा। इसकी जिम्मेदारी एमडी के बागवानी विभाग को दी गई है। इससे पहले बागवानी विभाग के अभियंता दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा का दौरा करेंगे। वहां बनने लैंडस्कैपिंग को लेकर रूपरेखा तैयार करेंगे।
शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए नगर निगम और एमडीएफ की ओर से कई योजनाएं तैयार की जा रही है। इसी क्रम में एमडीएफ ने जिले में मुख्य सड़कों की पहचान की है। साथ ही गुरु राम के एमजी रोड, दिल्ली और नोएडा की पॉश क्षेत्रों की तर्ज पर यहां भी लैंडस्कैपिंग का प्रस्ताव तैयार करने का निर्णय लिया गया है। इससे शहर सुंदर दिखेगा। साथ ही प्रदूषण स्तर में भी गिरावट आएगी।
शहर में यातायात का भार बहुत ज्यादा है। ऐसे में सड़कों के किनारे में भी धूल सबसे ज्यादा उड़ती है। इससे प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। सड़क के किनारे पौधे और घास लगाकर शहर को धूल मुख बनाया जा सकेगा। योजना के तहत सड़क के दोनों तरफ लैंडस्कैपिंग बनाया जाएगा।इसमें देसी घास लगाई जाएगी। इसके अलावा फूल और अन्य आकर्षक पौधे भी लगाए जाएंगे। एक अनुमान के अनुसार प्रति किलोमीटर लैंडस्कैपिंग के कार्य में 4 से 5 लाख रूपए का खर्चा आ सकता है।
सराय ख्वाजा, एनएचपीसी, बड़खल अंजरोंदा, ओल्ड फरीदाबाद, बाटा वाईएमसीए चौक, बल्लभगढ़ सेक्टर 24 और 25 में सबसे ज्यादा प्रदूषण है।
बागवानी विभाग एफएमडीए सुभाष यादव का कहना है कि सही सड़कों के ग्रीन बेल्ट को हरा भरा बनाने की योजनाएं संबंधित अधिकारियों को इसका प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दे दिया गया है। साथ ही से शहर में प्रदूषण का स्तर भी कम होगा। वही शहर सुंदर भी दिखेगा।