नगर निगम प्रतिबंधित प्लास्टिक पर चालान कर दुकानदारों व रेहड़ी पटरी वालों से जुर्माना राशि वसूल नहीं कर पा रहा है। निगम ने पिछले साल जुलाई में इस साल मई तक 5492 चलान कर 3961100 रुपए का जुर्माना लगाया है, जबकि वसूली 1027900 रुपए की हुई है।
निगम को पैसे वसूलने में पसीने छूट रहे हैं। नगर निगम ने पिछले साल 1 जुलाई से शहर में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स को सख्ती से लागू कर दिया था। इसके लिए नगर निगम की एनफोर्समेंट टीमें दुकानदारों और स्टॉकिस्ट का चालान कर रहे हैं। इसके लिए 40 टीमों को लगाया गया है। शुरुआत में इस पर ज्यादा सख्ती हुई है और अब ऐसा नहीं है।
नगर निगम इस साल जनवरी से 120 माइक्रोन तक के प्लास्टिक मिलने पर चालान कर रहा है। इसमें 100 ग्राम प्लास्टिक मिलने पर 500रूपए, 101 से 500 ग्राम तक 15सौ रुपए और 501 से 1 किलो तक 3हजार रुपए 1 से 5 किलो तक और 10 हजार रूपए से 10 किलो अथवा अधिक प्लास्टिक मिलने पर 25 हजार रुपए तक जुर्माना होता है।
इसके बाद नगर निगम अब लाखों रुपए का चालान कर चुका है। निगम को चालान करने के बाद अब वसूली करने में परेशानी आ रही है। निगम 311 पर एमसीएफ चालान करता है। इस पर जुर्माना भरने के लिए एक मैसेज दुकानदार के मोबाइल पर जाता है। कई बार इससे दिक्कत होने पर ऑनलाइन पेमेंट नहीं हो पाती है। ऐसे में 5 सौ रुपए का जुर्माना राशि वसूलना नगर निगम को भारी पड़ रहा है।
दूसरा कई ऐसे रेहड़ी पटरी वाले होते हैं जो अपना स्थान बदल लेते हैं। ऐसे में उन्हें दोबारा पैसे भुगतान के लिए नोटिस देने में भी परेशानी आ रही है। निगम ने पहले चालान का पैसा हाउस टैक्स के साथ जोड़ने की योजना बनाई थी। हालांकि इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। दूसरी और निगम का अपनी आय बढ़ाने पर जोर है जिससे विकास कार्य प्रभावित हो, निगम कई कार्य अपने फंड से करता है।
वहीं नगर निगम खुले में कूड़ा फेंकने वाले और जलाने वालों का भी चालान करता है। पिछले साल जुलाई में 30 लोगों का खुले में कूड़ा फेंकने पर चालान किया गया जिसमें से 14 लोगों ने जुर्माना भरा जबकि 16 ने पैसे नहीं दिए। अगस्त में 29 का चालान हुआ। उसमें से 10 लोगों ने पैसे नहीं दिए। सितंबर में 26 लोगों का चालान हुआ जिसमें से एक ने पैसे दिए बाकी 25 ने पैसे नहीं भरे। अक्टूबर में 40 में से 3 लोगों ने जुर्माना भरा। नवंबर में 28 इसमें से 12 लोगों ने पैसे दिए 16 लोगों ने चालान नहीं दिया। दिसंबर में 45 लोगों का चालान किया गया।
निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रभजोत सिंह का कहना है कि काफी संख्या में लोगों ने जुर्माने की राशि नहीं भरी है। ऐसे लोगों को कई बार पैसे जमा कराने को कहा जा चुका है और अब अगर ऐसा नहीं हुआ तो आगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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