ग्रेटर फरीदाबाद के मास्टर रोड से लगते हुए ग्रीन बेल्ट डंपिंग यार्ड बन चुका है। यहां पर हरियाली के स्थान पर गड्ढे और सीवर का पानी भरा हुआ है। इस समस्या से फरीदाबाद के लोग परेशान हैं। लोग इसकी शिकायत हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, फरीदाबाद, मेट्रोपॉलिटन, डेवलपमेंट अथॉरिटी सीएमओ और पीएमओ को ऑनलाइन शिकायत दे चुके हैं। बावजूद इसके दोनों विभागों के अधिकारियों ने ग्रीन बेल्ट को डिवेलप करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
ग्रेटर फरीदाबाद में 50 से अधिक हाईलाइट सोसाइटी या है। यहां इसमें हजारों लोग रहते हैं। ग्रेटर फरीदाबाद के वासियों ने बताया कि यहां ग्रीन बेल्ट का कोई अता-पता नहीं है। मास्टर रोड के किनारे केवल गड्ढे हैं और कई साल से इनमें सीवर का गंदा पानी भरा हुआ है। इसी के चलते यहां पर बदबू से फरीदाबाद के वासी सेक्टर 76 और 79 के मास्टर रोड से आना जाना बेहद मुश्किल हो गया है। ग्रेटर फरीदाबाद में गंदे पानी की निकासी के लिए बिल्डर और प्रशासन ने कोई व्यवस्था नहीं की है।
अधिकारियों ग्रीन बेल्ट को हरा-भरा करने की बजाय मास्टर रोड के डिवाइडर का सौंदर्य करंट करने में लगे हैं। ग्रेटर फरीदाबाद के वासियों के अनुसार बादशाहपुर और सेक्टर 77 में लगा वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू कर दिया गया है। यहां से फ्री होने वाले पानी का इस्तेमाल कहां हो रहा है। किसी को नहीं पता। लोगों का कहना है कि ग्रीन बेल्ट के लिए बादशाहपुर एसटीपी से एक पाइप लाइन डाली जानी थी ताकि यहां लगने वाले पेड़ पौधे की सिंचाई की जा सके। हालांकि यह कार्य अब तक अधूरा पड़ा हुआ है और एमबीए के अधिकारी सुभाष यादव से संपर्क करने की कोशिश की तो उनका फोन नहीं लगा।
एचएसवीपी के एसई संदीप दहिया का कहना है कि ग्रीन बेल्ट पर सीवर का पानी भरने की शिकायत जैसे ही आती है। मौके पर टीम भेजकर एक-दो दिन में उसकी सफाई करवा देते हैं। ग्रीनबेल्ट को हरा-भरा किया जाएगा।
बीपीटीपी के निवासी सुमेर खत्री का कहना है कि हां ग्रीनबेल्ट डंपिंग यार्ड तो बन चुका है। बिजली के खंभे भी टूटे पड़े हुए हैं। अब मुद्दा यह है कि ग्रेटर फरीदाबाद वासियों की बैठक की कमेटी में भी यह मुद्दा उठाया गया। परंतु इसके बाद भी यहां सीवर का पानी भरा हुआ है। कोई भी विभाग काम करने को तैयार नहीं।
वही बीपीटीपी के निवासी सत्येंद्र दुग्गल का कहना है कि ग्रीन बेल्ट पर सीवर का गंदा पानी बह रहा है। इसकी शिकायत करने के बाद भी एचएसवी पर विभाग के अधिकारी लापरवाही कर रहे हैं। यहां ग्रीन बेल्ट का डिवेलप करने का काम एफएमडीए के पास है।