सरकारी महकमे के अधिकारी कई बार बिना सोचे समझे विकास कार्य करते हैं और बाद में आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला मोहना के सामने आया, जहां पर चंदावली से लेकर कुंडली गाजियाबाद पलवल एक्सप्रेसवे के लिए चार लेन बनाने का काम चल रहा था। हरियाणा लोक निर्माण विभाग एवं पुल में बारिश के पानी की निकासी को लेकर सड़क के दोनों तरफ नाला बना कर इसके ऊपर स्लैब डाल दी।
लेकिन खतरे की बात यह है कि कई जगह बिजली का खंबा नाले से निकाला नहीं है। एक मनाली के बीच में है और दूसरा साइड में है। दोनों पर दोनों के ऊपर बिजली का ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। अब जब वर्षा का पानी नाले में बहे गा तो खंबे से होकर गुजरेगा।
इसे करंट आने का खतरा हो सकता है। यह कभी किसी बड़े हादसे को भी न्योता दे सकता है। केजीपी पर आने जाने के लिए सिर्फ मोहना मार्ग एकमात्र रास्ता है। इस मार्ग से रोजाना हजारों संख्या में वाहन उद्योगों का सामान लेकर आते जाते हैं। इनकी वजह से मार्ग पर बसे गांव, चंदावली मच्छगर, दयालपुर और अटाली में रातभर ट्रैफिक जाम रहता है।
इस जाम को देखते हुए सरकार ने मोहना मार्ग को चार लेन बनाने की योजना की मंजूरी दी थी और 71 करोड रूपए की लागत से काम चल रहा था। सड़क किनारे बिजली के खंभे खड़े हुए थे। किसी भी वाहन की टक्कर लगने से टूट सकते थे।
ग्रेटर फरीदाबाद डीएचबीवीएन के कार्यकारी अभियंता विकास मोहन दहिया का कहना है कि ट्रांसफार्मर और सड़क किनारे खड़े खंबो को हटा दिया जाएगा, ताकि कोई दुर्घटना ना घटे इस काम को ठेकेदार के लोग कर रहे हैं।
मच्छगर के निवासी विजय शर्मा का कहना है कि वर्षा के मौसम में अक्सर ट्रांसफॉर्म के खंभों में करंट आ जाता है। खंबो के अंदर लोहे की तार होती है।
जयवीर धनखड़ का कहना है कि सड़क से ट्रांसफार्मर और खंभे पूरी तरह से हटाने चाहिए ताकि किसी तरह के दुर्घटना की कोई आशंका ना रहे।