सोमवार की बारिश ने गर्मी से राहत तो दिला दी परंतु जलभराव से लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी। शहर की अधिकतर सड़कें जलमग्न हो चुकी है। इससे हाईवे समेत कई जगह ट्रैफिक जाम भी हो गया है। इस बरसात में उस उम्मीद पर भी पानी फेर दिया जिसे जिम्मेदारी ने यह कह कर दी थी कि इस साल शहर में जलभराव नहीं होगा। ऐसे लोगों कहना है कि 30 मिनट की बारिश में यह हालत है तो मॉनसून आने पर क्या होगा? सुबह बूंदाबांदी के बाद दोपहर में सभी इलाकों में तेज बारिश हुई। 20.875 एमएम बारिश दर्ज की गई।
गौरतलब है कि नगर निगम एचएसवीपी एफएमडीए और स्मार्ट सिटी में जलभराव से निपटने के लिए बड़े-बड़े दावे किए थे। नगर निगम ने नालों की सफाई कराने के दावे किए थे। वहीं नगर निगम के कमिश्नर ने दावा किया था कि सड़कों पर यदि पानी भरा तो जिम्मेदारी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
किसी अंडरपास में पानी ना भरे इसके लिए गुड़गांव से बड़े-बड़े पाइप मंगवा कर डाले गए। 20 से 25 लाख खर्च करके उच्च क्षमता की मोटर लगाई गई। बूस्टर स्टेशन बनाए गए, जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों की बारिश से निपटने के लिए टीम भी बनाई गई थी। यहां सब कितना कारगर साबित हुआ, ये सब जानते हैं।
बारिश से यातायात व्यवस्था चरमरा सी गई है। दिल्ली आगरा नेशनल हाईवे पर बाटा चौक, सेक्टर 78 और बल्लभगढ़ चौक पर जलभराव से ट्रैफिक जाम हो गया है। सबसे ज्यादा खराब हालत अंजरोंदा चौक बाटा चौक, डबुआ कॉलोनी, पर्वतीय कॉलोनी, 7 फुट रोड सेक्टर 22, 23, सेक्टर 15ए सेक्टर 7, 8, 9 10 समेत कई एरिया में जलभराव हुआ। बल्लबगढ़ सब्जी मंडी में पानी के चलते दुकानदार और लोग परेशान रहे।
चीफ इंजीनियर ओमवीर सिंह का कहना है कि अंडरपास से पानी निकलने में थोड़ा वक्त लगता है। सभी डिस्पोजल चालू है। ग्राम पट्टी मौजूद है, जहां भी जलभराव होगा, वहां से पानी निकाला जाएगा। काफी हद तक नालों की सफाई हो चुकी है। बाकी को जल्द साफ करा दिया जाएगा।