वर्षा का मौसम शुरू होने वाला है। सरकार और जिला प्रशासन की ज्यादा से ज्यादाजल संरक्षण करने की योजना है। खंड की 11 पंचायतों ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी से जोहड़ों की खुदाई कराने की योजना तैयार की है। इस योजना को गांव भनकपुर और बहबलपुर ने अमलीजामा पहना दिया है। अन्य गांवों में इसे लेकर दूसरे कार्य शुरू किए जा चुके हैं।

मनरेगा के तहत बेरोजगार लोगों को पंचायत जॉब कार्ड बना कर देगी। काम करने वाले श्रमिक को कम से कम 100 दिन का काम देना जरूरी है। इस योजना के तहत गांव भनकपुर में पंचायत में 28 श्रमिक के जॉब कार्ड बनवाए हैं और बहबलपुर गांव की पंचायत ने 85 श्रमिकों के कार्ड बनवाए हैं। भनकपुर से पंचायत 9.39 लाख रुपए से जोहड़ की खुदाई कराई जा रही है, जबकि भागलपुर से पंचायत 14.23 लाख रुपए से जोहड़ की खुदाई करा रही है।

जजरू गांव सरपंच अजय डागर का कहना है कि हमें मनरेगा योजना से दोहरा फायदा हो रहा है। श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार मिल रहा है तो दूसरी तरफ जल संरक्षण के लिए तालाबों की खुदाई कराई जा रही है। मैंने भी अपने गांव की जोहड़ की खुदाई कराने के लिए पानी निकासी का काम शुरू कर दिया है।

वही बल्लमगढ़ के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी अजीत सिंह का कहना है कि मनरेगा योजना से हमें जिले के गांव मोठुका, अरुआ, सिकरोना, बुखारपुर नरहावली, दयालपुर, पियाला में पानी निकासी का कार्य शुरू करवा दिया है। इन गांवों में प्रशासन और सरकार से श्रमिकों की बजाय मशीनों से काम करने की अनुमति ले ली है। इन गांवों की जड़ों से दलदल और पानी निकाल कर अर्थमुवर से 30 जून से पहले खुदाई का काम पूरा कर लिया जाएगा।