हाल ही में आरबीआई ने लोन लेने के लिए नए नियम लागू कर दिए है जिसके कारण अब लोन लेनाऔर भी चुनौतीपूर्ण हो गया। ग्राहकों को पहले तक बैंकों में आसानी से ऋण मिलता था और प्रक्रिया भी सरल होती थी। लेकिन अब यह दुर्गम हो गई है। पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड लोन के लिए मजबूत नियम लागू हुए हैं, जिनके कारण ग्राहकों को अधिक सतर्कता और ध्यान देने की आवश्यकता होगी।
फरवरी 2023 में पर्सनल लोन लेने वालों की संख्या में वृद्धि देखी गई। महंगाई में वृद्धि के कारण आने वाले समय में डिफॉल्टरो की संख्या में बढ़ोतरी की भी आशंका है। भारतीय रिजर्व बैंक ने नए नियम लागू करके पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड लोन के नियम सख्त कर दी है। यह नया नियम लोगों को लोन की प्राप्ति के लिए मुश्किलें पैदा कर सकता है। अब आम ग्राहकों को इनफील्ड को प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त प्रक्रियाएं पूरी करनी होगी।
आरबीआई ने नए नियम के अनुसार व्यक्तिगत ऋण या क्रेडिट कार्ड प्राप्त करना आम लोगों के लिए पहले से कठिन हो गया। इसका कारण अब बैंकों को ग्राहकों के पीछे के विवरण की जांच करनी होगी। पहले लोन लेने से पहले ग्राहकों के बैकग्राउंड की जांच की आवश्यकता नहीं थी और ना ही ज्यादा संपत्ति की गिरवी रखने की जरूरत थी। लेकिन अब नियमों के महत्वपूर्ण बदलाव आने की वजह से लोन लेने वालों को काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
आरबीआई ने हाल ही में नए नियम जारी किया है जिसके अनुसार पर्सनल लोन लेने के लिए ग्राहकों को गारंटी की आवश्यकता होगी। यह नियम बैंकों को ग्राहकों की आर्थिक स्थिति की जांच करने का अवसर देगा और डिफॉल्टरो की संख्या को कम करने में मदद करेगा। पहले की तुलना में जब यह लोन दिए जाते थे तो ग्राहकों से कोई गारंटी नहीं ली जाती थी।
जिसके कारण बैंकों को नुकसान का सामना करना पड़ता था। इस प्रकार के लोन का उपयोग तेजी से बढ़ते डिफॉल्टरो की संख्या को बढ़ावा देने में मदद कर रहा था। हालांकि नए नियम के अनुसार इस प्रकार के लोन लिए जा रहे लोगो की पहले ही आर्थिक स्थिति में जांच की जाएगी, ताकि इस तरीके से डिफॉल्टरो की संख्या को कम किया जा सके।