शहर में हर जगह मेनहोल खुलने की वजह से हादसे हो रहे लोगों की जान जा रही है, लेकिन नगर निगम अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे परेशानियां बढ़ती जा रही है। यदि आप ध्यान नहीं दिया तो वर्षा के दौरान यह समस्या जानलेवा साबित हो सकती है। वर्षा होने पर जलभराव हो जाता है। जैसे में खुले मेनहोल दिखाई नहीं देते।
पता नहीं चलता कि मेन हॉल कहां है और कहां सड़क ऐसे में अगर कोई व्यक्ति पैदल निकले तो सीधा मेनहोल के अंदर जाएगा और पता भी नहीं चलेगा। दो पहिया वाहन चालकों के लिए भी खतरा रहता है। बता दें कि शनिवार देर रात सेक्टर 59 में 4 साल के बच्चे आनंद के स्वर के खुले मेनहोल के गिरने से मौत हो गई थी। इतनी बड़ी घटना के बाद भी नगर निगम के अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
बृहस्पतिवार को दी गई पड़ताल में शहर की कई जगह मेनहोल खुले हुए पाए गए। इसमें सेक्टर 21बी में महिला थाने के सामने सेक्टर 9 के मोड़ पर राजीव कॉलोनी के तीन जगह मेनहोल खुले मिले। यह सभी व्यस्त सड़कें हैं।
हजारों वाहन चालक हमेशा आते जाते रहते हैं। काफी लोग पैदल भी आवागमन करते हैं। इसके बावजूद यार ढक्कन नहीं है। आसपास के लोगों ने बताया कि मेनहोल को कई महीने हो गए हैं, लेकिन ढक्कन नहीं लगाया गया। आए दिन कोई न कोई इन मेलहोल में गिरकर घायल हो जाता है।
नगर निगम के इस दौर में मेनहोल के ढक्कन ओं की कमी नहीं है। एनआईटी रेलवे रोड स्थित निगम के सेंट्रल स्टोर में मेनहोल के ढक्कन काफी है। लेकिन अधिकारियों के अंदर इन्हें लगाने की इच्छा शक्ति नहीं है। जब कहीं कोई हादसा हो जाता है तो मेनहोल के ढक्कन को लगा दिया जाता है। वरना ऐसे ही खुले पड़े रहते हैं।
नगर निगम के मुख्य अभियंता बी के कर्दम का कहना है कि जहां मेनहोल खुले वहां ढक्कन लगाए जाएंगे। संबंधित क्षेत्र में जो कोई इसका ध्यान रखते हैं। इस कई बार स्थानीय लोक सूचना शिकायत देते हैं तो भी ढक्कन लगा दिया जाता है। मानसून से पहले ही मैनहोल कवर कर दिया जाएगा।