बढते प्रदूषण को देखते हुए पेड़ पौधे लगाना बहुत ही ज़रूरी है, क्योंकि पेड़ पौधे हवा को साफ़ करके पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करते हैं। इसीलिए फ़रीदाबाद शहर के प्रदूषण को कंट्रोल करने नगर निगम और वन विभाग हर साल मानसून के मौसम में ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करता है।
ज्यादा मात्रा में पौधारोपण करनें के बावजूद भी शहर में पौधो की कमी क्यों है और क्यों इतना ज्यादा प्रदूषण हैं? दरअसल इसके पीछे का कारण है नगर निगम की लापरवाही, नगर निगम पौधारोपण करनें के बाद उनकी अच्छी तरह से देखरेख नहीं करता है। जिस वजह से अगले साल तक बस 60 प्रतिशत पौधे ही बच पाते हैं और बाकी के पौधे दम तोड देते हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि इस साल भी नगर निगम ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत लगभग 2.5 करोड़ का बजट पौधारोपण करनें के लिए तैयार किया था। इस 2.5 करोड़ के बजट में से ही 50 लाख रुपए NIT, फरीदाबाद, तिगांव, बड़कल और फरीदाबाद में खर्च किए जानें हैं। ये पौधारोपण मानसून के मौसम किया जाना था, लेकिन नगर निगम ने पौधारोपण अप्रैल और मई के महीने में ही कर दिया। जिस वजह से पौधे सुख गए हैं और उनकी सुरक्षा के लिए लगाए गए ट्री गार्ड भी टूट गए हैं।
बता दें कि, नगर निगम ने ये पौधे नीलम बाटा रोड़, BK चौक, 5 नंबर, KL मेहता दयानंद कॉलेज रोड़ और 3 नंबर, NIT लेजरवैली पार्क, डबुआ मंडी, ओल्ड फरीदाबाद, पुलिस लाइन सेक्टर 30, सेक्टर 7 में लगाए थे, इनकी देख रेख की जिम्मेदारी निगम ने ठेकेदारो को दी थी। लेकिन उन्होंने अपना काम ठीक ढंग से नहीं किया, जिस वजह से वे सभी पौधे सुख चुके हैं। इतना ही नहीं अब वहां की सीमेंटेड ग्रिल भी टूट चुकी हैं।