शिक्षा विभाग द्वारा किए गए छात्रों के उज्जवल भविष्य के सारे वादे झूठे होते हुए नज़र आ रहे हैं। क्योंकि Faridabad के सरकारी स्कूलों की हालत बहुत ही ख़राब है। यहां के स्कूलों में न तो छात्रों के बैठने के लिए क्लास रूम हैं और न ही किताबे। दरअसल नए सत्र को शुरू हुए तीन महीने बीत चुके हैं, लेकिन राजकीय प्राथमिक माडल संस्कृति विद्यालयों में अभी तक किताबे नहीं आई है।
ऐसे में छात्र अपनी पुरानी किताबों से ही पढ़ रहे हैं। चौथी क्लास के छात्रों को हरियाणा बोर्ड की किताबों से पढ़ाया जा रहा हैं। नए सत्र को शुरू हुए तीन महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक शिक्षा विभाग के किसी भी अधिकारी को यह नहीं पता है कि किताबें कब तक और कैसे आएंगे। जानकारी के लिए बता दे कि, पिछले साल भी आधा सत्र खत्म होने के बाद किताबें आई थी।
बता दें कि फरीदाबाद शहर के राजकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय खेड़ीकला, राजकीय प्राथमिक विद्यालय सेक्टर 18, एत्मादपुर, बाजरी, राज्य कन्या प्राथमिक विद्यालय पावटा NIT-5, राजकीय मॉडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय मच्छगर, ददसिया, भांकरी, सेहतपुर, नंगला गुजरान, बादशाहपुर, महावतपुर, भतौला और एनआईटी एक के विद्यालयों में अभी तक किताबें नहीं आई है ।
हरियाणा सरकार आए साल शिक्षा को लेकर नई नई योजनाएं लागू करती हैं, अध्यापकों को सम्मानित करती है। लेकिन इस बात पर ध्यान नहीं देती की छात्रों के पास न ही तो किताबें है, और न ही बैठने के लिए क्लास रूम।