इस बार प्रशासन स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में अपनी रैंकिंग सुधारने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा हैं। शहर की साफ़ सफ़ाई और अच्छे से की जा सके, इसकी बागड़ोर अब केंद्र सरकार ने जनता के हाथ में सौप दी है। दरअसल केंद्र सरकार ने सिटिजन वॉइस के तहत जनता को उनके शहर की साफ़ सफ़ाई का फीड बैक देने का मौक़ा दिया है। फीड बैक जाने के लिए सरकार ने एक ऑनलाइन फार्म तैयार किया है।
इस ऑनलाइन फार्म के कुछ प्रशन का उत्तर देकर आप अपने शहर की हालत बता सकतें हैं, कि आपका शहर कितना स्वच्छ हैं, उसे कितनी और साफ़ सफ़ाई की जरूरत है। बता दें कि सरकार ने इस फॉर्म का लिंक (www.sbmurban.org/feedback) जारी कर दिया है। आप 7 अगस्त तक इस फॉर्म के जरिए अपने शहर का हाल बता सकतें हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर स्वच्छ सर्वेक्षण को अलग अलग मानकों के आधार पर मापता है। जैसे शहर में सफ़ाई की क्या व्यवस्था है, पब्लिक टॉयलेट कितने साफ है, कूड़ा किस तरह से उठाया जाता हैं, कूड़े के निस्तारण के लिए क्या किया जा रहा हैं आदि।
पिछली साल स्वच्छ सर्वेक्षण 7500 अंको का था, लेकिन इस साल यह अंक बढ़ा कर 9500 कर दिए गए हैं। इन अंकों में 2475 अंक सिटिजन वॉइस के, 2500 सर्टिफिकेशन और 4525 अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस के निर्धारित किए गए हैं।
इसी के साथ बता दें कि साल 2022 के स्वच्छ सर्वेक्षण में फरीदाबाद की रैंकिंग अच्छी नहीं रही थी। क्योंकि नगर निगम ने नालियों की सफ़ाई, पब्लिक टॉयलेट की सफ़ाई, और डोर टू डोर कूड़ा उठाने का काम अच्छे से नहीं किया था।