इन दिनों बाढ़ फरीदाबाद के बसंतपुर गांव के लोगों के लिए आफ़त बनी हुई है। इस बाढ़ की वज़ह से वह अपने ही घरों से बेघर होने पर मजबूर हैं। उनके सामने एक अलग सी ही दुविधा आ गई हैं, कि वह अपने घर को बचाए या अपनी जान को। ऐसे में जिला प्रशासन ने भी बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए ज्यादा अच्छे इंतजाम नहीं किए हुए हैं।
जिस वजह से वह अपने घरों से ज़रूरी सामान उठा कर स्वयं ही अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित जगहों पर जा रहें हैं। जानकारी के लिए बता दें कि हिमाचल में भारी बारिश की वजह से नदियों का जल स्तर बढ़ गया, जिसका प्रभाव हथिनीकुंड बैराज पर दिखने लगा। इसलिए यहां के प्रभाव को कम करने के लिए हथिनीकुंड बैराज से यमुना में तीन लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया हैं।
जिस वजह से फ़रीदाबाद से गुजर रही यमुना नदी का जल स्तर एक दम से बढ़ गया। ऐसे में ये पानी यमुना नदी से सटे गांव में घुसने लगा। इस बात की सूचना जब प्रशासन को मिली तो जिला उपायुक्त के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रभावित जगहों का दौरा करके, वहा के लोगों को यमुना के पास न जाने की सलाह देकर लौट आए।
जानकारी के मुताबिक़ बसंतपुर गांव में अभी भी 10 हज़ार लोग फसे हुए हैं, ऐसे में उन लोगों के सामने खानें पीने का संकट बना हुआ हैं। लेकिन प्रशासन उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के कोई इंतजाम नहीं कर रहा हैं।