कुलपति श्री सुशील कुमार तोमर ने छात्रसंघ अध्यक्ष दिव्यांशु राव के अनुरोध अनुसार किया भवन का नामकरण। जे सी बॉस विश्विद्यालय, YMCA FARIDABAD में 2 नवनिर्मित भवनों का उद्घाटन हुआ जिसमें विश्विद्यालय केlमुख्य द्वार पर बना श्री कृष्ण भवन तथा पीछे की ओर बना कुमारी ए . ललिता भवन शामिल हैं, दोनों ही भवन पूरी तरह से बनकर तैयार है एवं सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है। छात्रसंघ अध्यक्ष दिव्यांशु राव ने बातचीत में बताया कि काफी लंबे समय से विद्यार्थियों की माँग को लेकर ईन नवनिर्मित भवनों को चालू करने के लिए प्रयास किए जा रहे थे आज वो सफल हो गए और उन्होंने विश्विद्यालय मे पढ़ने वाले छात्रों व विश्विद्यालय प्रबंधन को इसका मुबारकबाद दिया।
दिनाँक 17 जुलाई को विश्विद्यालय में दोनों नवनिर्मित भवनों का उद्घाटन हरियाणा के गवर्नर श्री बनडारू दत्तात्रेय जी के हाथों किया गया, इस मौके पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुशील कुमार तोमर, उच्च शिक्षा मंत्री श्री मूलचंद शर्मा जी, ACS आनंद मोहन सारण जी, विधायक नरेंद्र गुप्ता, सीमा त्रिखा व राजेश नागर, कुलसचिव सुनील कुमार गर्ग, डीन स्टूडेंट वैलफेयर प्रो. मुनीश वसिष्ठ, विश्विद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष दिव्यांशु राव, विश्वविद्यालय की पूरी अकादेमीक काउंसिल, प्रॉक्टर प्रो. लखवींदर कुमार, DDSW डॉ सोनिया बंसल, डॉ शिल्पा शेट्टी, एवं विश्विद्यालय के अन्य गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। नवनिर्मित भवनों का नाम श्री कृष्ण भवन तथा भारत की पहली महिला इंजीनियर ए. ललिता जी के नाम पर रखे हैं और इसका श्रेय उन्होंने कुलपति श्री सुशील कुमार तोमर जी, विश्वविद्यालय की अकादेमीक काउंसिल, DSW मुनीश वसिष्ठ, DDSW सोनिया बंसल एवं शिल्पा शेट्टी, प्रॉक्टर प्रो लखवींदर कुमार, GCHW डॉ अनुराधा पिल्लई और छात्रसंघ अध्यक्ष दिव्यांशु राव की टीम से तन्नु चौधरी, रुद्रा अग्रवाल एवं जय तिवारी को देते हुए कहा कि बहुत ही सोच विचार कर ये रखे गए नाम विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेंगे और इनके चरित्र से प्रभावित होकर देश के प्रति नयी ऊर्जा से काम करेंगे और विश्विद्यालय का नाम रोशन करेंगे।
उन्होंने बताया कि उन्होंने गीता मे दिए गए ज्ञान से अपने चरित्र को कृतार्थ किया है और उनके प्रथम प्रेरणास्रोत उनके दादा जी का जन्म भी जन्माष्टमी के दिन होने पर उनका नाम भी श्री कृष्ण कुमार ही रखा गया था और वो भी उन्हें हमेशा सद्भावना और सुकर्म करने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि विश्विद्यालय मे पढ़ने वाले विद्यार्थि श्री कृष्ण जी के गीता के उपदेश और उनके द्वारा दिए गए सुकर्म करने के ज्ञान से प्रभावित होंगे और सही दिशा मे आगे बढ़ेंगे और आजादी से पूर्व ही बनी भारत की प्रथम महिला इंजीनियर कुमारी ए. ललिता विश्विद्यालय मे पढ़ने वाली छात्राओं मे नया जोश उत्पन्न करेंगी और उन्हें विश्वास दिलाती रहेंगी की सिर्फ मेडिकल और घर ग्रहस्थी सम्भालने के साथ साथ महिलाएँ इस क्षेत्र मे भी अग्रसर है।