Faridabad शहर की जनता इन दिनों पीने के पानी के लिए तड़प रही हैं। इस वक्त उनके सामने स्थिति ऐसी है कि उनके घर के सामने तो सीवर का गंदा पानी हैं, लेकिन पीने के लिए घरों में पानी नहीं है। इस समस्या को लेकर उन्होंने कई बार प्रशासन से शिकायत भी करी है, लेकिन प्रशासन उन्हें जूठा आश्वासन देकर पागल बना देता हैं।
बता दें कुछ समय पहले ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में जल समस्या का मुद्दा उठाया गया था, जिसके बाद CM ने नगर निगम के अधिकारियो को आदेश दिए थे कि वे इस समस्या का 25 दिन के अंदर अंदर समाधान करें। वर्ना उनके ऊपर 25 हज़ार रुपए का जुर्माना किया जाएगा। ऐसे में निगम के कर्मचारियों ने अपनी नौकरी बचाने के लिए लोगों को जूठा आश्वासन दे दिया था कि वह जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करेंगे।
लेकिन अब आलम ये है कि अभी तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया है, जिस वजह से नंगला एन्क्लेव, 22 फुट रोड, बाबा मोहन राम मंदिर वाले रोड और आस पास की तीन गालियों के लोगों को अपने पैसों से पानी का टैंकर मगाना पड़ता हैं। जानकारी के लिए बता दें कि एक पानी का टैंकर 1500 रूपए का आता है, ऐसे में इन क्षेत्रों में 600 परिवार रहते हैं। यानी कि यहां रहने वाले लोग हर महीने पानी पर 9 लाख रुपए खर्च करते हैं। जिस वजह से पानी बेचने वाले लोगों के भी अच्छे खासे पैसे बन रहें हैं। पर ये एक हैरानी की बात है कि औद्योगिक नगरी के लोग भी पानी खरीद कर पी रहे।