भारत प्राचीन समय से ही अलग अलग संस्कृतियों का देश है, यहां के हर राज्य के हर जिले में अलग अलग त्यौहार अलग अलग मान्यताओं के साथ मनाए जाते है। जैसे हरियाणा के ओल्ड फरीदाबाद में रक्षा बंधन के त्यौहार की अलग ही मान्यता है। क्योंकि यहां पर रक्षा बंधन के अवसर पर हर साल पंखा मेला का बड़ा ही भव्य आयोजन होता है, यह मेला यहां की संस्कृति और आस्था का प्रतीक है। यह परंपरा 400 साल पुरानी है।
यहां के लोगों का मानना है कि मां पथवारी देवी के मंदिर में पंखा चढ़ाने से शहर में कोई आपदा नहीं आती हैं। क्योंकि गांव के बाहर खेड़ा देवता रहते हैं, जो गांव की रक्षा करते हैं। बता दें कि मां पथवारी देवी के मंदिर में चढ़ने वाले पंखे को मुस्लिम कारीगर स्वयं अपने हाथों से बनाते हैं। इस साल भी अभी से ही रक्षा बंधन के दिन लगने वाले तीन दिवसीय पंखा मेला की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।
लेकिन इस बार का मेला अलग होने वाला हैं, क्योंकि इस बार मेले में दिल्ली, नोएडा, गुरुगाम, जेवर, अलीगढ़, मथुरा, कोसी कलां, हाथरस और कई अन्य शहरो के कलाकार हिस्सा लेने वाले हैं। यह कलाकार इस बार मेले में आकर्षण का केंद्र रहंगे। बता दें कि मां पथवारी देवी के मंदिर में चढ़ाया जाने वाला यह पंखा, पंखा मेला कमिटी द्वारा तैयार किया जा रहा हैं।
इस मेले के बारे में और बताते हुए कमिटी के प्रधान कृष्ण पहलवान और चेयरमैन शिवशंकर भारद्वा ने बताया कि,”इस बार 3 दिवसीय मेले का विशेष आकर्षण का केंद्र 22 झांकियां और बैंड बाजे होंगे।”