स्मार्ट सिटी फरीदाबाद में अब गंदगी एक आम समस्या हों गई हैं। यहां सीवर का गंदा पानी सड़कों पर भरा रहना और कूड़ा कचरा नालों में भरा रहना एक आम बात है। यहां पर आप जगह जगह कूड़े के पहाड़ देख सकते हैं, जिनमें से गंदी बदबू आती है। वहीं बारिश के समय में जलभराव हो जाता है।
अब ऐसे में सवाल आता है कि इस गंदगी की असली वजह क्या है, नगर निगम की लापरवाही या अवैध कब्जा। क्योंकि पिछले कुछ समय से निगम तो नालों को साफ़ करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन नालो के दोनों तरफ अवैध कब्जा होने की वजह से वह उन्हें ठीक ढंग से साफ नहीं कर पा रहा है। बता दें कि लोगो ने पुराने नालों की जगह पर अवैध कब्जा करके दुकान, झुग्गी झोपड़ियां बना ली है। जिस वजह से अब यह अतिक्रमण सफ़ाई के आड़े आ रहा है। क्योंकि वहां पर अब जेसीबी से सफ़ाई करने की जगह ही नहीं बची है।
इस पर कनफेडरेशन ऑफ आरडब्लूए के वाइस चेयरमैन गजराज नागर बताते हैं कि, “हर साल बारिश के बाद ही अधिकारियों को नालों की सफाई याद आती है। उन्हें सफाई के लिए पहले से योजना तैयार करनी चाहिए और अतिक्रमण भी हटवा देना चाहिए। साथ ही सफाई के दौरान वीडियोग्राफी भी कराई जानी चाहिए सबूत के लिए।”
जानकारी के लिए बता दें कि फिलहाल शहर में 40 प्रमुख नाले हैं, जिनमें समय समय पर सफ़ाई न होने की वजह से बारिश का पानी बाटा चौक स्थित एसी नगर, एसजीएम नगर, बीके चौक, नीलम चौक, 60 फुट रोड, एयरफोर्स रोड़, सोहना रोड, बल्लबगढ़ की महावीर कॉलोनी के नजदीक वाले नाले में भर जाता हैं। जिस वजह से शहर में जल भराव की स्थिति पैदा हो जाती है।