पिछले दिनों की आई हुई बाढ़ और हाल ही में हुई नूह हिंसा ने फरीदाबाद की जनता को भूखा रहने पर मजबूर कर दिया है। क्योंकि पहले तो बाढ़ की वज़ह से सब्ज़ी के दाम बढ़े थे, लेकिन अब नूह हिंसा की वज़ह से सब्ज़ी के दाम बढ़ गए हैं। जिस वजह से हरी सब्जियां आम आदमी की थाली से गायब हो गई हैं।
बता दें कि इस समय शहर में टमाटर के दाम 160 से 200, शिमला मिर्च 200 रुपए, अदरक 320, अरबी 80, टिंडा 120, भिंडी 40, आलू 30 रूपए किलो हैं। अब ऐसे में सब्जी के आसमान छूते दामों ने आम जनता की हालत बिगाड़ रखी है। क्योंकि अब उनके सामने दुविधा आ गई है कि वह रूखी सूखी रोटी खाकर अपना पेट भरे या स्वाद का खा कर अपनी जमा पूंजी खत्म कर दे।
सब्जी के बढ़ते हुए दामों को लेकर सब्जी विक्रेता राम का कहना है कि, “सब्जी महंगी होने की वजह से लोगों ने कटौती करना शुरू कर दिया है, जिस वजह से उनका सामान खराब हो रहा है। क्योंकि पहले जो लोग एक 1 किलो सब्जी लेते थे, वह अब पाव भर सब्जी खरीद रहे हैं। पहले बाढ़ की वजह से हरी सब्जियां खेत में सड़ रही थी, अब हिंसा की वजह से सड़ रही है और जो बची हुई सब्जी खेत से मंडियों तक आती है, वह यहां तक आते-आते महंगी हो जाती है।”