स्वतंत्रता दिवस के दिन जहां एक तरफ देश के सभी लोग तिरंगे के साथ अपनी सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर फरीदाबाद की जनता तिरंगे के साथ सेल्फी लेने की बजाय कूड़े के ढेर की फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रही थी। पोस्ट करनें के साथ साथ वह प्रशासन से सवाल भी पूछ रहें थे कि उन्हें इस गंदगी के ढेर से आजादी कब तक मिलेगी।
दरअसल इन दिनों शहर में जगह जगह कूड़े के ढेर जमा हो रखें हैं, जिससे आम जनता को काफ़ी दिक्कत हो रही हैं। कईं बार शिकायत करने के बाबजूद भी प्रशासन उनको साफ़ नहीं करा रहा हैं। बता दें कि जिस वक्त शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की तैयारी चल रही थी, उस वक्त तो नगर निगम ने डोर टू डोर कूड़ा उठाने का काम वेंडर को दे रखा था।
लेकिन अब लगता हैं कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 खत्म होते ही शहर से वह वेंडर ही गायब हो गए हैं। क्योंकि अब वह वेंडर न तो डोर टू डोर कूड़ा कलैक्शन करने के लिए आते हैं और न हीं गलियों से, जिस वजह से शहर में कूड़े के ढेर जमा हो गए हैं। उनकी वजह से कई गंभीर बीमारी पैदा होने का खतरा बन गया है।