स्वच्छ पानी स्वस्थ रहने और जीने के लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है, लेकिन फरीदाबाद के लोग न तो स्वस्थ रह रहे हैं और नहीं ढंग से जी रहे हैं। क्योंकि उन्हें पीने के लिए स्वच्छ पानी भी नसीब नहीं हो रहा है। वह दूषित पानी पीने पर मजबूर है, जिससे उन्हें गंभीर बीमारियां हो रही है।
दरअसल अरावली क्षेत्र का ग्राउंड वॉटर दूषित हो चुका है, इसके पीछे की वजह है बंधवाड़ी का कूड़ा निस्तारण प्लांट। क्योंकि इस प्लांट से निकलने वाला लीचेड ग्राउंड वॉटर में मिल रहा हैं, जिस वजह से पानी में बीओडी (बायो ऑक्सिजन डिमांड) और सीओडी (केमिकल ऑक्सिजन डिमांड) की मात्रा 10 से 20 गुना बढ़ गईं हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि इस वक्त ईकोग्रीन कंपनी फरीदाबाद-गुरुग्राम से कूड़ा कलेक्शन करके रोजाना लगभग दो हजार टन कूड़ा प्लांट तक पहुंचती है। नगर निगम के अनुसार इस वक्त बंधवाड़ी में लगभग 30 लाख टन से भी ज्यादा कूड़े का पहाड़ बन गया है।
जिस वजह से इस कूड़े में से निकलने वाला लीचेड आस पास के क्षेत्रों में फैल कर ग्राउंड वॉटर को दूषित कर रहा हैं। हालांकि ईकोग्रीन ने लीचेड को ट्रीट करने के लिए STP बनाया हुआ है, लेकिन इस STP में लीचेड का ट्रीटमेंट सही से नहीं हो पा रहा है।
इस पर पर्यावरणविद् विवेक कंबोज ने बताया कि,”12 जुलाई को हरियाणा स्टेट पलूशन कंट्रोल बोर्ड ने कूड़े के पहाड़ के पास की वॉटर बॉडी का वॉटर सैंपल लिया था। जिसकी रिपोर्ट चौंकाने वाली है। बोर्ड के अनुसार पानी के अंदर बीओडी और सीओडी महत्वपूर्ण होते हैं।
लेकिन CPSB के अनुसार, बीओडी की मात्रा 30 एमजी (मिलीग्राम) से कम और सीओडी की मात्रा 250 एमजी से कम होनी चाहिए। पर यहां के पानी में बीओडी की मात्रा 919 एमजी और सीओडी की मात्रा 5080 एमजी पाई गई। इसके साथ ही यहां की मिट्टी में भी ग्रीस, ऑइल, मैटल जैसे पदार्थ भी पाए गए हैं।