अभी हाल ही में नूंह में हिंदू मुस्लिमो के बीच एक हिंसा भड़क गई थी, जिसमें नूह और उससे लगते क्षेत्रों में काफी नुकसान हुआ है। लेकिन इस हिंसा के बीच फरीदाबाद के लोगों को एक फ़ायदा हुआ है, दरअसल इस हिंसा के बाद से नूह समेत कई क्षेत्रों में 13 दिनों तक इंटरनेट बंद कर दिया था। जिस वजह से साइबर अपराधियों का धंधा चौपट हो गया और साइबर फ्रॉड में गिरावट आ गई।
जानकारी के अनुसार साइबर फ्रॉड में करीब 60 फीसदी की गिरावट आई है। बता दें कि बीते शुक्रवार को DGP ने प्रदेश के सभी जिलों के साइबर क्राइम अधिकारियों के साथ बैठक की थीं, जिसमें उन्होंने साइबर क्राइम से जुड़ा अबतक का सारा डेटा मांगा था।
इस बैठक में फरीदाबाद के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि,”नूंह में सबसे अधिक साइबर फ्रॉड होता है, जिनमे मकान किराये पर लेना, प्रॉपर्टी खरीदने के लिए साइबर अपराधियों के फेंक कॉल आते हैं। लेकिन जब से इंटरनेट बंद हुआ है जब से किसी भी तरह का कॉल नहीं आया है। नूह के साथ साथ फ़रीदाबाद में भी साइबर फ्रॉड में कामी आई है, वर्ना रोजाना थानों में 20 के आसपास साइबर ठगी की शिकायत पहुंचती थी।”
बता दें कि फरीदाबाद में तीन साइबर थानो के अलावा अन्य 25 थानों में भी साइबर सेल बनाए गए हैं। इसी के साथ बता दें कि इस साल शहर में 92 साइबर फ्रॉड के केस दर्ज हुए हैं। इन 92 केस में 33 केस NIT, 30 केस साइबर थाना सेंट्रल, और 29 केस बल्लभगढ़ साइबर थाना के हैं।