फ़रीदाबाद में अभी कुछ दिनों पहले लिपिकों की हड़ताल हुई थी, वहीं अब तृतीय व चतुर्थ श्रेणी यूनियन के वरिष्ठ उप प्रधान आकाश चतुर्वेदी ने इन लिपिकों की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से कर दी हैं। क्योंकि यह चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी बिना परीक्षा दिए लिपिक बन गए हैं। दरअसल कर्मचारियों को अपने पदों की उन्नति के लिए प्रत्येक वर्ष राज्य पात्रता कंप्यूटर टेस्ट (CETC) देना पड़ता हैं।
जो इस टेस्ट में पास नहीं होता है, उसके पद में उन्नति नहीं की जाती हैं। लेकिन यूनियन की पड़ताल में सामने आया है कि पिछले 5 सालो से किसी भी कर्मचारी ने यह टेस्ट नहीं दिया है। यानि की चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी बिना टेस्ट पास किए ही लिपिक बन गए हैं। CM से शिकायत करने के बाद यूनियन ने इन सभी लिपिकों को पत्र भेजकर कहा है कि वह या तो CETC परीक्षा पास करें, नहीं तो उन्हें वर्तमान पद पर से बर्खास्त कर दिया जाएगा।
ऐसे में इस पत्र के उत्तर में कुछ लिपिकों ने कहा है कि उनकी उम्र बढ़ गई है, जिस वजह से वह अब परीक्षा नहीं देंगे। वहीं कुछ कर्मचारी अभी असमंजस में हैं कि वह अब क्या करें। बता दे कि यूनियन की शिकायत से पहले सामाजिक कार्यकर्ता अजय सैनी भी इसकी शिकायत निगमायुक्त कार्यालय में कर चूके है। लेकिन निगम ने ही साल 2018 से 2021 तक वरिष्ठता के आधार पर इन कर्मचारियों के पद में उन्नति की थीं।
जानकारी के लिए बता दें कि इन कर्मचारियों में शमसुद्दीन, तेजराम, रणबहादुर, जीत सिंह, प्रेमचंद, शारदा, गोपाल, सुनीता, प्रदीप कुमार, अजय कुमार, धीरज, राकेश, दशरथ, राजेश, जनक, नरेंद्र कुमार, प्रमोद कुमार, विनोद कुमार, जाकिर हुसैन, रविंद्र, पूनम, प्रदीप, अमित, टेकचंद, बबीता, सत्येंद्र शामिल है।