Faridabad अब सिर्फ नाम की ही Smart City हैं, क्योंकि यहां की जनता को मूलभूत सुविधाओं के नाम पर सिर्फ़ धोका ही मिल रहा हैं। कहने को तो यहां पर बड़े-बड़े उद्योगपति, राजनेता, नौकरी पेशे वाले लोग रहते हैं, लेकीन फ़िर भी यहां की हालत गांव से ज्यादा बत्तर है। यहां के पॉश इलाकों की हालत किसी पिछड़े हुए गांव की जैसी हों गई है। जहां पर न तो सड़कें और और न ही लाइट।
वैसे शहर के इन्हीं पॉश इलाकों में से एक सेक्टर 21 हैं, जहां पर आलीशान घरों के बाहर सीवर का गंदा पानी भरा रहता हैं। जिस वजह से यहां पर गंदी बदबू आती हैं, लोग अपने ही घरों से कैद होने पर मजबूर हो जाते हैं। सड़कों और गालियों में बेसहारा पशु घूमते रहते हैं, जो बड़े बड़े हादसों का कारण बनते हैं।
जगह जगह लोगों ने अतिक्रमण करके झुग्गी झोपड़ी बना रखी है, जिस वजह से यहां पर Crime बढ़ गए हैं। क्योंकि इन झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले लोग गैर कानूनी काम करते हैं, जैसे चोरी, लूटपाट, नशाखोरी, प्रदूषण फैलाना आदि। इसके साथ ही यहां के समुदायिक भवन जर्जर हों रखें हैं, जिस वजह से लोगों को छोटे मोटे कार्यक्रमों का आयोजन होटलों में करना पड़ता हैं। जिस वजह से उनका ज्यादा खर्चा हो जाता हैं।
इसके अलावा यहां की सड़कों पर भी अंधेरा रहता हैं, जिस वजह से आए दिन बड़े बड़े हादसे होते रहते हैं। वैसे यहां के निवासियों ने कई बार इस समस्या के बारे में प्रशासन को भी बताया है, लेकिन प्रशासन ने अभी तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया है। जिस वजह से यहां के लोग पॉश इलाके में रहने के बावजूद भी पिछड़े गांव में रह रहे हैं।