23 अगस्त 2023 को 6 बजकर 4 मिनट पर भारत के चंद्रयान 3 ने चांद पर अपना पहला क़दम रखके एक ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। अब चांद पर सफलता पाने के बाद, 2 सितंबर को भारत सूर्य पर भी अपनी सफलता पाने के लिए अपना पहला मिशन आदित्य L1 लॉन्च कर चुका है।
चंद्रयान 3 से लेकर आदित्य L1 तक के लिए ISRO के वैज्ञानिकों ने कड़ी मेहनत की है, साथ ही देश के प्रत्येक राज्य ने भी अपना योगदान दिया है। लेकिन आपको यह जानकर और भी ज्यादा खुशी होगी अन्य राज्यों के साथ-साथ फरीदाबाद ने भी चंद्रयान 3 और आदित्य L1 के लिए अपना अहम योगदान दिया है। दरअसल आदित्य L1 में प्रयोग की गई स्टील फरीदाबाद से ही गई है।
इससे पहले भी चंद्रयान 3 की मिसाइल का आउटर रिंग, ट्रांजीशन रिंग सेगमेंट, एएफटी एंड रिंग, सिटफनर, एसएनसी टॉप कोन एई रिंग भी फरीदाबाद की ही एक कंपनी ने बनाया था। जानकारी के लिए बता दें कि इस आदित्य L1 मिशन से सूर्य के कई रहस्यों पर से पर्दा उठेगा। क्योंकि पृथ्वी पर कई हिम युग रहे हैं, ऐसे में लोग अभी तक नहीं समझ पाए हैं कि इन ही हिम युगों की संरचना कैसे हुई है। लेकिन अब सूर्य मिशन के जरिए जो भी आंकड़ा मिलेगा वह इस रहस्य पर से पर्दा उठाने में मददगार साबित होगा।