शहरवासियो के लिए इस साल की दिवाली बहुत ही ज्यादा ख़ास होने वाली है, क्योंकि इतिहास में पहली बार 3 नवंबर से 10 नवंबर तक सूरजकुंड दिवाली मेले का आयोजन होने वाला हैं। वैसे मेले की रंगत बढ़ाने के लिए स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं भी इसमें हिस्सा लेंगी। हालांकि ये महिलाएं पहले भी सूरजकुंड अंतराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में हिस्सा ले चुकी हैं।
बता दें कि यह मेला सूरजकुंड अंतराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले से बिलकुल ही अलग होगा, क्योंकि इस मेले में स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही आप लोगों को देश की विरासत और समृद्धि संस्कृति भी देखने को मिलेंगी। इस बार मेले में 500 से अधिक शिल्पकार और लोककलाकार भी हिस्सा लेंगे। इसी के साथ बता दें कि फिलहाल शहर से 1800 स्वयं सहायता समूह हैं, इन समूह से जुड़ी महिलाएं मेले में जूट बैग, नेचुरल क्राफ्ट पेंटिंग, वुडन क्राफ्ट के स्टॉल लगती हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा पर्यटन निगम अभी से ही दिवाली मेला 2023 की तैयारियों में जुट गया है। इस बार चौपाल पर आपको भारतीय संस्कृति, योग-ध्यान, गीत- संगीत और कला पर आधारित कार्यक्रमों को देखने का भी मौका मिलेगा।
इस मेले की और जानकारी देते हुए हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक डा. नीरज कुमार ने बताया कि,” दीवाली मेले की तैयारी की जा रही है। उनका प्रयास है कि मेले में महिला हस्तशिल्पियों को ज्यादा मौका दिया जाए। मुख्य चौपाल पर होने वाले कार्यक्रमों में भी महिला कलाकारों को प्राथमिकता दी जाएगी। दीवाली के चलते मेले के सभी प्रवेश द्वार और मुख्य चौपाल को दीयों की रोशनी से जगमग किया जाएगा।”