शहर के रेहड़ी-पटरी वालों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने कुछ समय पहले PM स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि (PM स्वनिधि) योजना लागू की थीं। जिसके तहत शहर के करीब 20561 रेहड़ी-पटरी वालों ने आवेदन किया था। पर बीते गुरुवार को उन मे से 8767 आवेदकों को बैंकों से दस-दस हजार रुपए का लोन मिल चुका है।
बता दें कि इन 20561 आवेदकों में से केवल 18946 लोग ही इस योजना के पात्र बने थे। लेकिन अभी तक केवल 8767 आवेदकों का ही लोन मिला है। इसी के साथ बता दें कि शहर के जिन रेहड़ी-पटरी वालो को इस योजना का लाभ चाहिए वह दिसंबर तक पंजीकरण कर सकते है।
इस पर निगम के शहरी परियोजना अधिकारी द्वारिका प्रसाद ने बताया कि,”इस योजना के 8767 पात्रों को दस-दस हजार रुपए का लोन, 1600 लोगों को बीस-बीस हजार रुपए का लोन और 100 रेहड़ी-पटरी वालों को 50-50 हजार का लोन दिलाया जा चुका हैं। अब तक बैंकों ने करीब सात करोड़ रुपये लोन के रुप में दिए हैं।”
इसी के साथ उन्होंने बताया कि,” अभी हाल में निगमायुक्त ए मोना श्रीनिवास ने इस योजना की समीक्षा बैठक की थी। जिसमें उन्होंने रेहड़ी पटरी के पंजीकरण के लिए तोड़फोड़ दस्ते और क्षेत्रीय कराधान अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है। जिसके बाद बीते बुधवार को करीब 300 रेहड़ी-पटरी वालों का पंजीकरण किया गया है। वैसे दिसंबर तक हमारा लक्ष्य है कि हम 33600 रेहड़ी-पटरी वालों का पंजीकरण कराए।”
जानकारी के लिए बता दें कि ‘स्वनिधि से समृद्धि’ योजना के तहत जनता को केंद्र सरकार की आठ योजनाओं का लाभ मिलेगा। इन 8 योजनाओं में PM सुरक्षा बीमा योजना, PM जीवन ज्योति बीमा, PM जनधन योजना, PM श्रमयोगी मानधन योजना, जननी सुरक्षा योजना, वन नेशनल वन राशन कार्ड, रजिस्ट्रेशन अंडर BOCW और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना शामिल हैं।